दुनियाभर में कई अलग-अलग फ्लेवर के केक मौजूद हैं.

पर क्या आप जानते हैं ब्लैक फॉरेस्ट केक का नाम ब्लैक फॉरेस्ट कैसे पड़ा?

कुछ इतिहासकारों का कहना है कि यह केक 1500 के दशक का है, जब चॉकलेट पहली बार यूरोप में उपलब्ध हुई थी।

कहा जाता है कि इसे जर्मनी के ब्लैक फ़ॉरेस्ट में बनाया गया था, जो अपनी खट्टी चेरी और किर्शवासेर (चेरी से बनी एक ब्रांडी) के लिए जाना जाता है.

एक दूसरी कहानी ये भी है कि केक में इस्तेमाल की गई चेरी पारंपरिक जर्मन टोपियों पर लगे लाल पोम-पोम जैसी दिखती है, इसलिए इसका नाम भी ब्लैक फॉरेस्ट रखा गया था.

हालांकि माना ये भी जाता है कि 'ब्लैक फॉरेस्ट' नाम अंधेरे, छायादार जंगल का प्रतीक है, जो सच भी लगता है.