ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन पूरी दुनिया के लिए खतरे का सबब बनता जा रहा है. आए दिन नई चुनौतियां सामने आ रही हैं.

इस सदी के अंत तक दुनिया 3 डिग्री सेल्सियस तक और गर्म हो जाएगी.

इस साल की शुरुआत के 86 दिनों में ही धरती 1.5 डिग्री सेल्सियस तापमान की सीमा पार कर चुकी है.

इसके पीछे वैश्विक ग्रीनहाउस गैस का अत्यधित उत्सर्जन बताया गया है.