सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का खास महत्व है.
हर महीने की कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है.
इस दिन भूलकर भी किसी भी व्यक्ति को तामसी भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए.
इसके साथ ही शराब या किसी तरह की नशीले चीजों का इस्तेमाल से भी परहेज करें.
इस दिन घर के बड़े बुजुर्गों को अपशब्द भी नहीं बोलने चाहिए. इसके अलावा घर की महिलाओं का भी सम्मान करें
साथ ही इस दिन भगवान शिव की पूजा के दौरान उन्हें भूलकर भी तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए
इस दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति को बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए. इससे जीवन में संकट बढ़ जाता है.