राम मंदिर में स्थापित रामलला की मूर्ति 05 साल के उम्र की है.

दरअसल , हिंदू धर्म में आमतौर पर बाल्यकाल को 05 साल की उम्र तक माना जाता है.

इसके बाद बालक को बोधगम्य माना जाता है.

यानी कि 5 साल तक के बालक अबोध होते है उनका दोष मान्य नहीं होता.उनकी हर गलती माफ होती है.

मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच बहुत सोच समझकर रखी गई है।

अमूमन भारत में एक 5 वर्षीय बच्चे की लंबाई 51 इंच के आसपास होती है, साथ ही 51 शुभ अंक माना जाता है।

इस बात को ध्यान में रखते हुए गर्भगृह में स्थापित होने वाली मूर्ति का आकार 51 इंच का रखा गया है।