सोशल संवाद / डेस्क : सर्दी-ज़ुकाम एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है, लेकिन जब यह बार-बार होने लगे, तो यह चिंता का कारण बन सकता है। सर्दी-ज़ुकाम को हल्के संक्रमण के रूप में देखा जाता है, लेकिन लगातार होने पर यह शरीर में किसी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है। चलिए जानते हैं कौन से ऐसे कारण है जिनसे बार-बार सर्दी जुकाम की समस्या उत्पन्न होती है।
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बार-बार सर्दी-जुकाम होने के प्रमुख कारण
इम्यून सिस्टम का कमजोर होना
इम्यून सिस्टम (रोग प्रतिकारक प्रणाली) हमारे शरीर को बाहरी वायरस और बैक्टीरिया से बचाता है। यदि शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, तो यह वायरस और बैक्टीरिया के खिलाफ प्रभावी प्रतिक्रिया नहीं दे पाता, जिससे सर्दी-ज़ुकाम का खतरा बढ़ जाता है। पोषण की कमी, नींद की कमी, और मानसिक तनाव के वजह से आपका इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर पड़ सकता है।
वायरस
सर्दी-जुकाम वायरस, जिन्हें राइनोवायरस कहा जाता है, हवा में या छुई गई चीज़ों पर मौजूद होते हैं. ये वायरस नाक और गले की सुरक्षात्मक परत में प्रवेश कर सकते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को ट्रिगर कर सकते हैं। जब कोई व्यक्ति पहले से संक्रमित होता है, तो उसका शरीर पुनः वायरस के संपर्क में आ सकता है, जिससे बार-बार सर्दी-ज़ुकाम हो सकता है। वायरल इंफेक्शन सामान्यत: 7-10 दिनों तक रहता है, लेकिन कमजोर इम्यूनिटी के कारण यह अधिक समय तक हो सकता है।
धूम्रपान
धूम्रपान करने वालों को सर्दी लगने की संभावना ज़्यादा होती है। धूम्रपान करने वालों के लक्षण भी बदतर हो सकते हैं और लंबे समय तक रह सकते हैं।
एलर्जी
एलर्जी के वजह से भी सर्दी-जुकाम होता है। धूल, पराग (पोल्लन), पालतू जानवरों के बाल, और वायु प्रदूषण जैसे कारक एलर्जी का कारण बन सकते हैं। इन एलर्जी के कारण नाक बहना, छींकना, गले में खराश और सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जो सर्दी-ज़ुकाम के लक्षणों से मेल खाती हैं।
प्रदूषण
वायु प्रदूषण, खासकर धुआं, धूल और अन्य हानिकारक तत्व, श्वसन तंत्र को प्रभावित करते हैं और शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में कमजोर बना सकते हैं। यह श्वसन संबंधी समस्याओं को जन्म देता है, जिसके परिणामस्वरूप सर्दी-ज़ुकाम बार-बार हो सकता है।
मौसम परिवर्तन
सर्दी-ज़ुकाम का एक सामान्य कारण मौसम में बदलाव है। ठंडे या शुष्क मौसम में वायरस अधिक सक्रिय हो जाते हैं और जल्दी फैलते हैं। इसके अलावा, शरीर का तापमान भी अचानक बदलने पर इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। सर्दियों में अधिक संक्रमण होता है क्योंकि लोग अधिक समय indoors रहते हैं और अधिक संकुचित स्थानों पर एक दूसरे के संपर्क में आते हैं।
सर्दी-ज़ुकाम से बचने के उपाय
स्वस्थ आहार
शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए एक संतुलित आहार लें, जिसमें विटामिन C, जिंक, और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे फल, सब्जियां, नट्स और दालें शामिल हों।
हाथ धोने की आदत
हाथ धोना सर्दी-ज़ुकाम के वायरस के प्रसार को रोकने का एक सरल तरीका है। सार्वजनिक स्थानों पर या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद हाथ धोने की आदत डालें।
पर्याप्त नींद
शरीर की इम्यूनिटी को बनाए रखने के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुत महत्वपूर्ण है। जब हम सोते हैं, तो शरीर अपनी ऊर्जा का पुनर्निर्माण करता है, जिससे वह संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार होता है।
तनाव कम करना
योग, ध्यान, और शारीरिक व्यायाम जैसी गतिविधियाँ तनाव को कम करने में मदद कर सकती हैं, जिससे शरीर का इम्यून सिस्टम बेहतर तरीके से काम करता है।
वायरल संक्रमण से बचाव
सर्दी-ज़ुकाम से बचने के लिए मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, और संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखना आवश्यक है। अगर आप पहले से संक्रमित हैं, तो दूसरों से संपर्क करने से बचें।
पर्यावरणीय प्रदूषण से बचाव
यदि आप प्रदूषण से प्रभावित क्षेत्रों में रहते हैं, तो घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें और बाहर निकलने पर मास्क पहनें।
सर्दी-ज़ुकाम के उपचार
- सर्दी का कोई इलाज नहीं है, लेकिन उपचार से लक्षणों को प्रबंधित किया जा सकता है। जैसे कि:
- दर्द और परेशानी को प्रबंधित करने के लिए ओवर-द-काउंटर दवाओं का उपयोग करें।
- भाप लें, जो नाक के कंजेस्शन से राहत दिलाने में मदद कर सकती है।
- गले में खराश के लिए नमक के पानी से गरारे करें।
- निर्जलीकरण को होने से रोकने के लिए खूब सारा पानी और जूस पियें।
- पर्याप्त आराम करें।