सोशल संवाद /डेस्क : भारत सदियों से आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से संपन्न देश रहा है। प्राचीन समय से ही भारत में आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का उपयोग बॉडी को हेल्दी रखने के लिए और बीमारियों का उपचार करने में किया जाता रहा है। भारत की जलवायु और भौगोलिक विविधता के कारण यहां औषधीय गुणों से भरपूर कई तरह की जड़ी-बूटियां पाई जाती हैं, जो न केवल देश में बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। एक ऐसी ही जड़ी बूटी है मुलेठी जो औषधीय गुणों से भरपूर है। मुलेठी स्वाद में मीठी और औषधीय गुणों से भरपूर है जो कई बीमारियों का इलाज करती है।
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मुलेठी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी माइक्रोबियल गुण मौजूद होते हैं जो कई बीमारियों का इलाज करने में असरदार साबित होते हैं। इस आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी से नेचुरल तरीके से बीमारी का इलाज होता हैं। इसका सेवन करने से किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता।
इम्यूनिटी बढ़ाने और संक्रमण से बचाव करने में ये जड़ी बूटी बेहद असरदार साबित होती है। इसमें सूजन-रोधी और एंटीसेप्टिक गुण भी मौजूद होते हैं जो बॉडी को हेल्दी रखते हैं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया सर्दी में अगर रोजाना एक चम्मच मुलेठी का सेवन पानी या शहद के साथ किया जाए तो मौसमी बीमारियों जैसे सर्दी-खांसी से बचाव किया जा सकता है।
मुलेठी में एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो बीमारियों से बचाव करते हैं सर्दी में माइग्रेन का दर्द कुछ लोगों को बेहद परेशान करता है ऐसे में आप मुलेठी का सेवन करें तो आपको फायदा होगा। मुलेठी पाउडर में शहद मिलाकर इसे नाक के ड्रॉप की तरह इस्तेमाल करने से भी आपको माइग्रेन के दर्द से राहत मिल सकती है।
एक चम्मच मुलेठी खाने से हड्डियों और जोड़ों का दर्द दूर होता है। मुलेठी में सूजन-रोधी गुण होते हैं जो सर्दियों में जोड़ों के दर्द और सूजन को कम कर सकते हैं। ये जड़ी बूटी इम्यूनिटी को मजबूत करती है और बीमारियों से बचाव करती है।