सोशल संवाद/डेस्क : उम्र बढ़ने के साथ महिला हो या पुरुष, दोनों को ही बोन डेंसिटी की समस्या परेशान करने लगती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार 30 साल के बाद हर महिला और पुरुष को अपनी सेहत के साथ हड्डियों का भी खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। मानव शरीर में हड्डियां कई मिनिरल्स जैसे कैल्शियम, प्रोटीन और फास्फोरस से मिलकर बनती है।
लेकिन आजकल के बिजी लाइफस्टाइल और खानपान की खराब आदतों की वजह से हड्डियों के लिए जरूरी इन मिनिरल्स की मात्रा शरीर में कम होने लगती है, जिसकी वजह से पीड़ित को बोन डेंसिटी की समस्या का सामना करना पड़ता है। मानव शरीर में हड्डियों का महत्वपूर्ण रोल है, यह व्यक्ति के शरीर को एक ढांचा प्रदान करके नाजुक अंगों पर सुरक्षा कवच बनाती हैं।
हड्डियों का एक निश्चित घनत्व होता है, जो एक उम्र के बाद पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में तेजी से घटने लगता है। भारत में लगभग 46 मिलियन महिलाएं ऑस्टियोपोरोसिस का शिकार हैं।
इस स्थिति में हड्डियां नाजुक और कमजोर हो जाती हैं। महिलाओं में 30 साल की उम्र के बाद ओस्टियोपोरोसिस या इससे जुड़ी समस्याएं होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है। महिलाओं में ओस्टियोपोरोसिस या ओस्टियोपेनिया का जोखिम ज्यादा होता है क्योंकि महिलाओं की हड्डियां पुरुषों की हड्डियों के मुकाबले ज्यादा कंपैक्ट और कम मोटी होती हैं।