सोशल संवाद /डेस्क : स्नेहा देसाई के साथ लापता लेडीज के सह-लेखक बिप्लब गोस्वामी ने हाल ही में साहित्यिक चोरी के आरोपों का जवाब दिया है। इंटरनेट पर कुछ लोगों ने देखा कि द्वारा निर्मित और किरण राव द्वारा निर्देशित प्रशंसित हिंदी फिल्म में बुर्का सिटी नामक एक अरबी भाषा की लघु फिल्म के साथ समानताएं थीं। कुछ दिनों पहले दोनों फिल्मों के क्लिप एक दूसरे के साथ जोड़कर ऑनलाइन खूब शेयर किए गए थे। शनिवार को एक इंस्टाग्राम पोस्ट में बिप्लब गोस्वामी ने आरोपों के जवाब में एक बयान साझा किया और अपने रुख का समर्थन करने के लिए ‘प्रासंगिक दस्तावेज’ भी दिए।
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उन्होंने अपने नोट में लिखा, “लापता लेडीज की पटकथा कई सालों में बड़े पैमाने पर विकसित की गई थी।” किरण राव के निर्देशन में बनी फिल्म लापता लेडीज पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि फिल्म लापता लेडीज की स्टोरी फैब्रिस ब्रैक की अरबी शॉर्ट फिल्म बुर्का सिटी से कई हद तक मिलती-जुलती है। इस सवाल पर अब लापता लेडीज के राइटर बिप्लब गोस्वामी और बुर्का सिटी के डायरेक्टर फैब्रिस ब्रैक ने बात की है। शॉर्ट फिल्म बुर्का सिटी के डायरेक्टर फैब्रिस ब्रैक ने अपनी शॉर्ट फिल्म और किरण राव की लापता लेडीज के बीच सिमिलैरिटी पर IFP से बात की। उन्होंने बताया कि सिमिलैरिटी के बारे में पता चलने तक उन्होंने लापता लेडीज नहीं देखी थी।

डायरेक्टर से दोनों फिल्मों की सिमिलैरिटी के बारे में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि जब फिल्म को पहली बार देखा तो समझ आया कि फिल्म की पिच उनकी शॉर्ट फिल्म से कितनी मिलती-जुलती है। उन्होंने कहा कि फिल्म के किरदार और कहानी बिल्कुल मिलती-जुलती है। लापता लेडीज में जो करैक्टर दिखाए गए वो भी काफी सिमिलर हैं।
अपने बयान में गोस्वामी ने लिखा, ‘लापता लेडीज की स्टोरी पर कई सालों तक काम किया गया था। मैंने सबसे पहले 3 जुलाई, 2014 को स्क्रीनराइटर एसोसिएशन के साथ फिल्म का रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें पूरी कहानी को ‘टू ब्राइड्स’ के नाम से रजिस्टर किया गया था। इस रजिस्ट्रेशन कॉपी में भी एक सीन है, जिसमें स्पष्ट रूप से दिखाया गया है कि दूल्हा गलत दुल्हन को घर लाता है और घूंघट के कारण उससे यह गलती हो जाती है,
जिसके बाद उसे अपनी गलती का एहसास होता है। इसके बाद वह अपनी पत्नी को ढंढूने लगता है। यहीं से कहानी आगे बढ़ती है। मैंने खुद हर सीन बहुत अच्छे से सोचकर लिखा है।’
बिप्लब गोस्वामी ने आगे बताया कि उन्होंने 30 जून, 2018 को SWA के साथ फीचर-लेंथ स्क्रिप्ट ‘टू ब्राइड्स’ रजिस्टर कराई थी। उसी साल फिल्म की स्क्रिप्ट को सिनेस्तान इंडियाज स्टोरीटेलर्स प्रतियोगिता में पुरस्कार मिला था। गोस्वामी ने अपने बयान में आगे लिखा, ‘घूंघट प्रथा की वजह से दुल्हन की गलत पहचान होती है, कहानी को पेश करने का तरीका थोड़ा पुराना है क्योंकि सदियों पहले विलियम शेक्सपियर, अलेक्जेंड्रे डुमास और रवींद्रनाथ टैगोर जैसे लेखकों ने ऐसी कुछ खास कहानी हमारे समाने पेश की थी।
लापता लेडीज वो फिल्म है जो समाज को समाज को सच्चाई का आईना दिखाता है। कहानी, डायलॉग, किरदार और सीन्स सभी हमने लिखे हैं। हमारी स्टोरी, किरदार और डायलॉग 100% ओरिजिनल हैं। साहित्यिक चोरी का कोई भी आरोप पूरी तरह से झूठ है। एक लेखक के लिए यह बहुत बड़ी बात है कि उसकी मेहनत को इस तरह से अपमानित किया जा रहा है, जबकि पूरी फिल्म मैंने अपनी टीम के साथ दिन-रात एक करके बनाई है।