झारखंड में सियासी संकट गहराता ही जा रहा है। सीएम हेमंत सोरेन की की विस सदस्यता रद्द होने की चर्चाओं के बीच भले ही औपचारिकता पूरी न हुई हो लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने सभी विधायकों को दो बसों में बिठाकर छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हो गए हैं।
दोपहर बाद एक बस में खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी बैठे हुए नज़र आये हैं। जिन दो बसों से यूपीए विधायकों राज्य के बाहर ले जाया जा रहा है उनमें एक बस का कोयल और दूसरी पम्मी जिनका रंग रंग पीला और दूसरी बस का रंग ब्लू है।
इनमें कांग्रेस और झामुमो समेत यूपीए के विधायक शामिल हैं। सुबह से ही इस बात की अटकलें लगाई जा रही थी कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने विधायकों को लेकर कहीं बाहर जा सकते हैं। अटकलें सच साबित हुई।
दरअसल सुबह से ही मुख्यमंत्री आवास के बहार मीडिया का जमावड़ा लगा था किसी को भी आवास के अन्दर प्रवेश करने नहीं दिया गया सीएम आवास की सुरक्षा चक चौबंद थी। कुछ विधायकों को छोड़ सत्ता पक्ष के सभी विधायक अपने सूटकेश लेकर सीएम आवास पहुँचें थे। लेकिन, इसी बीच सीएम आवास में प्रवेश करते समय कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय की गाड़ी की डिक्की खुल गई। इसमें अटैची और पानी के ढेर सारे बोलत देखे गए। मीडिया वालों ने विधायक से इसके बारे में पूछताछ करनी शुरू कर दी। इसपर विधायक दीपिका पांडेय नाराज भी हो गई।
इसके बाद यह सूचना आने लगी कि कांग्रेस और झामुमो के विधायकों को पूरी तैयारी के साथ मुख्यमंत्री आवास बुलाया गया है। चुनाव आयोग का फैसला आने के बाद इन विधायकों को जरूरत पड़ने पर छत्तीसगढ़ ले जाया जा सकता है। लेकिन अब सूचना है कि फैसला आने से पहले ही हेमंत सोरेन विधायकों को लेकर छत्तीसगढ़ रवाना हो गए हैं।