सोशल संवाद/दिल्ली (रिपोर्ट -सिद्धार्थ प्रकाश ) : राहुल गांधी ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा- कुमारी शैलजा जी, भूपेश बघेल जी, टीएस सिंह देव जी, दीपक बैज जी, चरण दास महंत जी, कांग्रेस पार्टी के हमारे सब कार्यकर्ता, भाईयों और बहनों, प्रेस के हमारे मित्रों आप सबका यहाँ बहुत-बहुत स्वागत। पिछले चुनाव में हमने आपसे दो-तीन बड़े वायदे किए थे। किसानों को अपनी मेहनत का सही फल, उनका कर्जा माफी, बिजली बिल हाफ, ये वायदे हमने आपसे किए थे और जहाँ हम आपसे ये वायदे कर रहे थे, तो हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री और बीजेपी के बड़े-बड़े नेता ऐसा स्टेज से हर रोज कह रहे थे कि ये वायदे पूरे नहीं हो सकते और जैसे ही हमारी सरकार बनी, ऐसी ही मीटिंग में पांच साल पहले हमने कहा था, जैसे ही हमारी सरकार बनेगी, समय नहीं लगेगा, एकदम जो हमने वायदे किए हैं, उनको हम पूरा करेंगे। और खुशी से मैं कहता हूँ कि जिस काम को बीजेपी ने कहा था कि नहीं किया जा सकता, उस काम को हमने दो घंटों में करके दिखा दिया, पूरे प्रदेश में।
10 हजार करोड़ रुपए किसानों का कर्जा माफ, बिजली बिल हाफ, किसान न्याय योजना, 26 लाख किसानों को 23 हजार करोड़ रुपए, 5 लाख किसान- मजदूरों को 7 हजार रुपए हर साल, तकरीबन 760 करोड़ रुपए हमने दिए। सरकार चलाने के दो तरीके होते हैं। आप किसी भी सरकार को देखो, दो ही तरीके होते हैं। एक तरीका कि आप प्रदेश के या देश के सबसे अमीर लोगों को फायदा पहुंचाओ और दूसरा तरीका, आप देश के या प्रदेश के सबसे गरीब लोगों की मदद करो, यही दो तरीके हैं और तीसरा तरीका है ही नहीं। लोग कहते हैं कि भईया, नहीं, तीसरा तरीका होगा, सबकी मदद- नहीं, सीधी सी बात है या आप जो लाइन में सबसे पीछे खड़े हैं, उनकी मदद करो, या फिर लाइन में जो सबसे आगे खड़े हैं, उनकी मदद करो।
हम मनरेगा लाए, लोकसभा में प्रधानमंत्री ने देश के सब मजदूरों का अपमान किया, कहा कि मनरेगा बिल्कुल बेकार प्रोग्राम है। भोजन का अधिकार हम लाए, कर्जामाफी हमने की, क्यों- क्योंकि हम जानते हैं कि जब तक हम गरीबों की मदद नहीं करेंगे, कमजोर लोगों की मदद नहीं करेंगे, तब तक ये देश खड़ा नहीं हो सकता, ये देश प्रगति नहीं कर सकता। बीजेपी की सरकार क्या करती है- वही पैसा जो हम किसान को देते हैं, 2,500- 2,600 रुपए प्रति क्विंटल लाखों किसानों को हमने जो दिया, वही पैसा बीजेपी अडानी को दे देती है। क्या अडानी अपने पैसे को गांव में डालता है, क्या अडानी अपने पैसे को गांव में खर्च करता है- नहीं। अडानी आपका पैसा उठाकर विदेश में, लंदन में, अमेरिका में अपना पैसा खर्च करता है। बड़ा मकान खरीदता है, बड़ी-बड़ी कंपनियाँ खरीदता है। तो हम जो काम करते हैं, आपकी अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए करते हैं।
अब देखिए, बीजेपी ने एक नई चीज चलाई। बीजेपी के लोग कहते हैं, नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं, जहाँ भी जाते हैं कि हम पिछड़ों की सरकार चलाते हैं। हम ओबीसी की सरकार चलाते हैं। अच्छा, तो अगर आप ओबीसी की सरकार चलाते हो और आप अपने हर भाषण में ओबीसी शब्द का प्रयोग करते हो, तो फिर आप ओबीसी कास्ट सेंसस से, जाति जनगणना से इतना क्यों डरते हो? अपने भाषणों में जाति जनगणना शब्द का प्रयोग क्यों नहीं करते हो और जो हमने आंकड़े निकाले थे, जब हमारी सरकार थी, दिल्ली में, उनको आप रिलीज क्यों नहीं करते हो? क्योंकि आप जानते हो कि आज के हिंदुस्तान में जितनी भागीदारी ओबीसी वर्ग की होनी चाहिए, नहीं है। ये सच्चाई आप जानते हो और इस सच्चाई को आप देश के ओबीसी युवाओं को नहीं बताना चाहते, उनसे आप ये सच्चाई छुपाना चाहते हो।
भाईयों और बहनों, पार्लियामेंट में मैंने भाषण दिया, जाति जनगणना का भाषण था। तो मैंने आंकड़े निकाले, मैं आपको एक उदाहरण देना चाहता हूँ। नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं कि ओबीसी की सरकार चलाते हैं, ये आंकड़ा आप सुन लीजिए और देश के सब ओबीसी युवाओं को ये सुनना चाहिए क्योंकि आपके भविष्य की बात, आपके रोजगार की बात हो रही है। तो जो भी ओबीसी वर्ग के लोग हैं, आप अच्छी तरह सुनिए। मैंने ये पार्लियामेंट में सवाल पूछा था, आंकड़ा रखा था, बीजेपी के लोग चुप हो गए, एक शब्द नहीं बोल पाए, वही लोग, जो ओबीसी की सरकार चलाने का दावा करते हैं।