सोशल संवाद/डेस्क : हमारे देश लोगों को जानवर से बहुत लगाव है. जानवर को लोग अपने घर में रखना पसंद करते है उससे बाते करते है यहाँ तक की कुत्ते,बिल्लियों को कुछ लोग अपने बच्चो की तरह रखते है. उनके साथ सोना खाना रहना पसंद करते है.लेकिन क्या आपने इस बात पर कभी ध्यान दिया है. की जो लोग जानवरों को पालते है तो जानवर बोलते है तो उनका भाषा लोग समझते कैसे है.मान लीजिये यदि कुत्ता या बिल्ली भौकता या म्याऊं करती तो ये म्याऊं ही क्यों करती है. यही सवाल का जवाव लेते हुए हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से बातायेंगे की आखिर बिल्ली म्याऊं ही क्यों कहती है.
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केवल आवाज भर नहीं है म्याऊं
हकीकत यह है कि बिल्ली केवल म्याऊं की ही आवाज नहीं निकालती है. बिल्ली का बर्ताव गौर से देखने पर पता चलता है कि बिल्ली म्याऊं ही नहीं बल्कि कई तरह की आवाजें निकालती है जिसमें सबसे ज्यादा स्वरूप म्याऊं की आवाज के होते हैं. पालतू जानवरों की देखभाल की कंपनी, रोवर के बिल्ली विशेषज्ञ माइकल डेलगाडो का कहना है कि बिल्ली की आवाज केवल एक आवाज भर नहीं है बल्कि संचार का तरीका है.
एक नहीं कई तरह के संकेत
जब भी बिल्ली मयाऊं कहती है तो इसका मतलब यही होता है कि वह भूखी है और अपने मालिक का ध्यान चाहती है. लेकिन वह म्याऊं की आवाज बोरियत में भी निकालती है या केवल हेलो की तरह अभिवादन करने के लिए भी निकालती है. अमूमन बिल्ली बहुत ही स्मार्ट जीव मानी जाती हैं और वे बहुत जल्दी सीख जाती हैं कि जब वे म्याऊं करती हैं तो उनकी मांग पूरी हो जाती है.
कई कारण होते हैं इस आवाज के
इस लिए जब भी बिल्ली को कुछ चाहिए होता है, चाहे खाना हो या फिर आपका लाड़ वे म्याऊं करने लगती हैं. ऐसे में वे म्याऊं की आवाज क्यों या किन कारणों से निकालती हैं इसकी लंबी सूची हो सकती है. आप जितना अपनी बिल्ली को जानेंगे उतना ही उसकी आवाजें और उनके मतलब समझ सकेंगे जिसमें उसके बर्ताव के अन्य पहलुओं को भी इस आवाज से जोड़ सकेंगे.