सोशल संवाद/दिल्ली(रिपोर्ट – सिद्धार्थ प्रकाश ) : दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने आज एक पत्रकार वार्ता में गत एक माह में दिल्ली की सड़कों पर 203 लावारिस बेघरों की मृत्यु का मामला उठाते हुये कहा कि यह अरविंद केजरीवाल सरकार की अपराधिक लापरवाही का परिणाम है। पत्रकार वार्ता का संचालन मीडिया प्रमुख श्री प्रवीण शंकर कपूर ने किया की दिल्ली भाजपा अध्यक्ष अगले कुछ सप्ताह बेघरों की मदद करने के साथ ही दिल्ली की सड़को पर सो रहे बेघरों को लेकर संबंधित विधायकों एवं मंत्रियों की लापरवाही की पोल खोलेंगे। पत्रकार वार्ता में प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री सतीश गर्ग एवं प्रदेश मंत्री श्री हरीश खुराना की उपस्थिति में किया।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह खेद का विषय है कि दिल्ली सरकार एवं उसका ड्यूसिब विभाग की अपराधिक के चलते दिल्ली में हर वर्ष सैंकड़ों बेघर लोग ठंड से सड़कों पर मरते हैं। 2018-19 में 779, 2019-20 में 749, कोविड के बावजूद 2020-21 में 436 और 2021-22 में 545 लोग दिल्ली की सड़कों पर ठंड से मरे। हर वर्ष दिल्ली सरकार बार बार कोर्ट की फटकार और अखबारों मे खबरों के बाद भी दिल्ली के रेनबसेरों में भोजन फंड भी नही दे रही।
सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली सरकार को 15 नवंबर से विंटर एक्शन प्लाॅन लागू करना होता है जिसके अंतर्गत मूल कार्य होता है बेघरों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाना ताकि वह ठंड में बीमार न हों, पर केजरीवाल सरकार की लापरवाही के चलते आज 15 दिसंबर हो गई पर 90 प्रतिशत स्थाई एवं अस्थाई रैनबसेरों का बुरा हाल है। उन्होंने कहा कि अस्थाई रेनबसेरों के नाम पर केवल टेंट लगा कर छोड़ दिया गया है। पक्के कच्चे सभी रेनबसेरों मे पूरे गद्दे बिस्तर नही हैं और ना ही मैंडेटरी चाय बिस्कुट भोजन की व्यवस्था है।
इस सब का परिणाम है की गत एक माह मे दिल्ली की सड़कों पर लगभग 203 लावारिस मौतों की जानकारी दिल्ली पुलिस के माध्यम से उपलब्ध है जिसमे से 185 के शरीर में कोई बीमारी या चोट के निशान नहीं हंै, साधारणता हम कह सकते हैं कि यह 185 मौत ठंड के कारण हुई हैं। सचदेवा ने कहा कि दिल्ली अरविंद केजरीवाल सरकार की इस अपराधिक लापरवाही से शर्मशार है क्योंकि यह कोई पहला वर्ष नही जब केजरीवाल सरकार की लापरवाही के चलते सैकड़ों गरीब बेघर दिल्ली की सड़कों पर ठंड से मरते हैं। पिछले साल भी दिल्ली की सड़कों पर 400 ठंड से मौत का मामला हम उठा चुके हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार केवल बेघरों को ही परेशान नहीं कर रही बल्कि बेघरों के लिये रैन बसेरा चलाने वाले प्रबंधकों एवं स्टाफ को भी परेशान कर रही है और उन्हें 4 माह से वेतन नहीं मिल रहा।