सोशल संवाद/डेस्क : बच्चा चोरी और बच्चा किडनैप का केस दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है ऐसा ही मामला आया है. झारखंड के हजारीबाग के ओकनी साईं मंदिर के निकट से 18 दिसंबर से लापता मासूम पप्लू (4 वर्ष, पिता अभिषेक कुमार) को एसआईटी ने सोमवार सुबह कोडरमा से बरामद कर लिया। इस मामले में पुलिस ने चार महिलाओं समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
यह भी पढ़े : झारखंड के10 स्कूलों की मान्यता हुईं रद्द; इस कारण से हुई कार्रवाई
सदर एसडीपीओ महेश प्रजापति ने सोमवार को बताया कि हजारीबाग से बच्चे को चुराकर कोडरमा के दंपति गीता देवी (पति रोहित रविदास) के हाथों 2 लाख 95 हजार में बेचा गया था। पुलिस ने इसके लिए हजारीबाग, रांची और कोडरमा में छापेमारी की थी। एसआईटी ने पहले हजारीबाग से करीना देवी और नूतन देवी को गिरफ्तार किया। फिर रांची स्टेशन के पास एक होटल से ज्योति एवं कन्हैया पासवान को दबोचा। दोनों ने बताया कि कोडरमा के तिलैया स्थित इंद्रपुरी में गीता देवी के पास बच्चे को बेचा गया है। इसके आधार पर एसआईटी ने वहां से बच्चे को बरामद कर लिया। एसआईटी ने आरोपियो के पास से छह मोबाइल व चोरी में उपयोग किया गया चादर भी जब्त किया है।
बच्चा चोरी में शामिल दंपति वंश चलाने के लिए एक लड़का चाहते थे। पुलिस को मिली सूचना के अनुसार उनके बेटे की हादसे में मौत हो गयी थी। इस बात से ज्योति रानी और कन्हैया कुमार वाकिफ थे। इसका फायदा उठाते हुए उन्होंने बताया कि वे ऐसे एनजीओ से जुड़े हुए हैं, जो बच्चा उपलब्ध कराता है। एनजीओ की ओर से बॉन्ड पेपर भी दिया जाता है। इसके बाद गीता देवी और रोहित रविदास उसके झांसे में आ गए। तीन लाख की जगह 2,95,000 रुपए में सौदा तय हुआ।
एडवांस के रूप में 1,70,000 रुपए दिए गए। फिर ज्योति रानी और कन्हैया कुमार ने इसके लिए नूतन देवी से संपर्क किया। जो उसे मुहल्ले में रहती थी। फिर उसके घर आने जाने वाली बहन करीना देवी को बच्चे की रेकी के लिए लगाया गया। उसने बबलू कुमार का फोटो भेज कर दो महीना पहले गीता देवी और रोहित रविदास के पास भेज दिया था।