सोशल संवाद / नई दिल्ली (रिपोर्ट -सिद्धार्थ प्रकाश ) : दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में राजेंद्र नगर में हुए तीन छात्रों की हत्या के खिलाफ आज लगातार दूसरे दिन भी दिल्ली भाजपा के सांसद, विधायक और प्रदेश पदाधिकारी सड़क पर उतरे। राजघाट पर आज आयोजित धरने में सांसद सुश्री बांसुरी स्वराज और प्रवीण खंडेलवाल सहित प्रदेश के अन्य पदाधिकारी शामिल हुए।
भाजपा नेता मुंह पर सफेद टेप लगाकर धरने पर बैठे और उसके अंत में राजेंद्र नगर में हुई तीन छात्रों की निर्मम मौत पर 2 मिनट का मौन रखा। साथ ही एक वीडियो के माध्यम से आम आदमी पार्टी की मेयर डा. शैली ओबरॉय और मंत्री सौरभ भारद्वाज के बयान भी दिखाया गया जिसमें दोनों सीवर सफाई को लेकर दोनों अलग अलग बयान देते हुए दिख रहे है।
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इस मौके पर भाजपा नेता मोहन सिंह बिष्ट, विष्णु मित्तल, रमेश बिधूड़ी, विजेंद्र गुप्ता, ओ पी शर्मा, अजय महावर, अभय वर्मा, अनिल बाजपेई, सरदार राजा इकबाल सिंह, योगिता सिंह, दिनेश प्रताप सिंह, गजेंद्र यादव, प्रवीण शंकर कपूर, जय भगवान यादव, आदेश गुप्ता, नसीब सिंह, विनोद बछेती, किशन शर्मा, मनोज त्यागी, संजय गोयल, वीरेंद्र गोयल, सुनील कक्कड़, सत्य नारायण गौतम, डॉक्टर अनिल गुप्ता, पूनम गुप्ता, ब्रजेश राय एवं अमित गुप्ता सहित अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि कल निर्लज्जता से जिस प्रकार से बातें कही गई वह हम सब को समझने की जरूरत है। 26 जुलाई तक आम आदमी पार्टी के सभी नेता यही कह रहे थे कि 90 फीसदी नालों की सफाई हो चुकी है लेकिन भाजपा पहले दिन से कह रही थी कि नालों की सफाई शुरू ही नहीं हुई। राजेंद्र नगर के हादसे के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं ने यूटर्न ले लिया है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के मंत्रियों का काम करने का मन नहीं करता और इसका उदाहरण हैं सौरभ भारद्वाज का मनमाने ढंग से फाइल को रोकना। ड्रीनेज मैनेजमेंट के लिए, मास्टर ड्रीनेज प्लान के लिए और पूरी डिसिल्टिंग के लिए मंत्री सौरभ भारद्वाज को 21 अगस्त 2023 को चीफ सेक्रेट्री ने एक प्रपोजल बनाकर इस ओर ध्यान केन्द्रीत कराने की कोशिश की इन विषयों पर काम करने की जरुरत है।
सौरभ भारद्वाज ने वह प्रपोजल पांच महीनों तक दबाकर रखा और फिर एक नोट लिखकर फाइल वापस कर दी। चीफ सेक्रेट्री ने दोबारा उस पर 8 अप्रैल 2024 को फाइल अप्रुवल के लिए भेजी लेकिन आज तक वह फाइल सौरभ भारद्वाज के पास पेंडिंग है। साफ है ना ही इनके मंत्री को काम करने का मन है और ना ही इनका कोई भी विभाग सही ईमानदारी से काम करता है।
सचदेवा ने कहा कि मुखर्जी नगर की घटना के बाद माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने दिल्ली सरकार से उन इमारतों का ऑडिट करने को कहा था जहां कोचिंग संस्थान और पीजी चल रहे थे। संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज को वो ऑडिट रिपोर्ट दिखानी चाहिए। यदि आप तब सक्रिय हो जाते तो छात्रों की जान ना गवानी पड़ती।
राजेंद्र नगर की जनता कई दिनों से शिकायत लेकर जा रही थी अपने विधायक और निगम पार्षद के पास लेकिन आज अगर विधायक दुर्गेश पाठक और निगम पार्षद सुश्री आरती चावला ने उन बातों को सुन ली होती तो आज यह घटना नहीं होती। कमीशन और रिश्वत खाने वाली यह आम आदमी पार्टी यहां भी बचने की कोशिश कर रही है और किसी भी प्रकार का दोष अपने ऊपर नहीं लेने वाली है।
एक वीडियो के माध्यम से वीरेंद्र सचदेवा ने दिखाया कि कैसे 18 जुलाई को फिर 23 जुलाई को मेयर डा. शैली ओबरॉय यह कह रही हैं कि दिल्ली में 90 फीसदी नाले एवं नालियां की सफाई हो गई है और इसके लिए हम सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का भी शुक्रगुजार हैं लेकिन ठीक जब राजेंद्र नगर में तीन बच्चों की हत्या हो जाती है तो 29 जुलाई को सौरभ भारद्वाज अपने बयान में कह रहे हैं कि दिल्ली में डिसेल्टिंग नहीं हुई है। इसका मतलब साफ है कि या तो मेयर या फिर मंत्री दोनों में से कोई एक झूठ बोल रहे हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि तीन छात्रों की मौत हो गई उसकी चिंता किसी को नहीं है लेकिन आज जंतर मंतर पर इंडी गठबंधन वाले इस बात के लिए धरने पर बैठे हैं कि केजरीवाल का सुगर लेवल क्या है। हम मांग करते हैं कि दिल्ली के सभी कोचिंग और पीजी की सुरक्षा ऑडिट होनी चाहिए। जो बच्चे रहते हैं उनसे बेमतलब के बिजली शुल्क वसूले जा रहे हैं। ऐसी घटनाओं की जिम्मेदारी लेने का माद्दा रखना पड़ेगा। 24 और 26 साल के बच्चे चले गए हैं जिससे परिवार का भविष्य पूरी तरह से अंधकार में बदल गया है तो वैसे परिवार वाले को एक करोड़ रुपए का मुआवजा अविलंब दें। यह मुआवजा किसी क्षति को पूरा नहीं करेगा लेकिन बूढ़े मां बाप को जीने में एक जरूर सहरा बनेगी।
बांसुरी स्वराज ने कहा कि बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है और इससे यह उभरकर आ रहा है कि आम आदमी पार्टी सरकार संवेदनाओं से विभिन्न है। एक दशक से ज्यादा सरकार में रहने के बावजूद बड़े बड़े दावे करती है इनकी मेयर और पदाधिकारियों को बधाई भी देती हैं लेकिन आधे घंटे की बारिश में सारा जलमग्न हो जाता है।
22 जुलाई और 24 जुलाई के बाद जब बारिश के कारण वहां जलजमाव हुआ तो लोगों को समस्या आने लगी जिसके बाद राजेंद्र नगर के स्थानीय लोगों ने विधायक और निगम पार्षद से वहां के स्थानीय लोग लगातार शिकायत कर रहे थे। विधायक और निगम पार्षद ने सिर्फ भरोसा दिया लेकिन किसी प्रकार के कदम उठाने की कोशिश नहीं की और जब तीन छात्र उनके निकम्मेपन का शिकार हो गए तो आज वह अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे हैं।
कुछ दिन पहले ही पटेल नगर में आईएएस की तैयारी करने वाला लड़का जलमग्न हुआ जमीन में फंसा और उसकी जान चली गई। कब तक आखिर इस तरह से जिंदगी जाती रहेगी। आखिर कब यह बहरी , गूंगी सरकार जनता की आवाज को सुनेगी और कब तक इन्हें न्याय मिलेगा।
प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि कल हमने देखा कैसे आम आदमी पार्टी के सांसद कांग्रेस पर आरोप लगा रहे थे लेकिन आज वही इंडी गठबंधन के लोग जंतर मंतर पर केजरीवाल के समर्थन में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। यह दोहरा चरित्र जगजाहिर हो चुका है। मास्टर प्लान में नियम पूरी तरह से स्पष्ट है। ऐसी सरकार को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए।