सोशल संवाद / डेस्क ( रिपोर्ट -मंजीत कुमार ): भारतीय रिज़र्व बैंक, भारत का केंद्रीय बैंक है जो देश की वित्तीय और मौद्रिक व्यवस्था को विनियमित करता है । एक पूर्णसेवा प्रदान करने वाले केंद्रीय बैंक के रूप में आरबीआई इन बुनियादी ज़िम्मेदारियों के साथ साथ वित्तीय शिक्षण, वित्तीय समावेशन व वित्तीय जनजागरण के प्रचार प्रसार के लिए भी प्रतिबद्घ है ।
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इस वर्ष 1 अप्रैल को देश के इस शीर्षस्थ बैंक ने अपने 90वें वर्ष में प्रवेश किया है और इस गौरवपूर्ण अवसर पर बैंक द्वारा पूरे भारत में कई कार्यक्रम किये जा रहे हैं । भारतीय रिज़र्व बैंक, राँची कार्यालय ने इस उपलक्ष्य में पूरे वर्ष भर के लिए कई नवोन्मेषी कार्यक्रमों और अभिनव पहलों की परिकल्पना की है । इसके अंतर्गत आरबीआई, राँची ने राज्य के 90 विद्यालयों में वित्तीय शिक्षण व समावेशन संबंधित जागरूकता कार्यक्रम करने का निश्चय किया है, जिसमें विशेष योग्यता वाले बच्चों के स्कूल भी शामिल रहेंगे। साथ ही, आरबीआई राँची ने इस पूरे सप्ताह को वित्तीय, डिजिटल व साइबर जागरूकता सप्ताह के रूप में मनाने का भी निर्णय लिया है।
इसी क्रम में, भारतीय रिजर्व बैंक, राँची कार्यालय द्वारा दिनांक 20 अगस्त 2024 को टाटा वर्कर्स यूनियन हाई स्कूल तथा दिनांक 21 अगस्त 2024 को करीम सिटी कॉलेज में वित्तीय साक्षरता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। दोनों कार्यक्रमों में प्रेम रंजन प्रसाद सिंह, क्षेत्रीय निदेशक, भारतीय रिजर्व बैंक, राँची कार्यालय ने प्रतिभागियों को संबोधित किया।
क्षेत्रीय निदेशक ने प्रतिभागी विद्यार्थियों को अपने संबोधन में वित्तीय साक्षरता, वित्तीय समावेशन और वित्तीय जन-जागरूकता के महत्व को रेखांकित करते हुए इसके विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होने इस दिशा में भारतीय रिज़र्व बैंक सतत प्रयासों और विशेष रूप से प्रदेश के लिए रिज़र्व बैंक, राँची क्षेत्रीय कार्यालय की अभूतपूर्व पहलों की जानकारी दी, जिन्होंने वित्तीय संरचना और लेन-देन को सुगम, सुचारु एवं सशक्त बनाया है।
इसके साथ ही रिज़र्व बैंक, राँची कार्यालय के अधिकारियों द्वारा वित्तीय साक्षरता और वित्तीय जागरूकता के विषय पर सत्र लिया गया। प्रतिभागियों के लिए प्रश्नोत्तरी का आयोजन भी किया गया जिसके विजेताओं को बैंक द्वारा पुरस्कृत किया गया।