सोशल संवाद /जमशेदपुर: टाटा स्टील में बोनस समझौता हुआ. कंपनी प्रबंधन व टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व के बीच हुए समझौते के तहत 27,454 कर्मचारियों के बीच 303.13 करोड़ रुपये राशि बांटी जाएगी. वहीं टाटा स्टील जमशेदपुर व ट्यूब डिवीजन के 11,654 कर्मचारियों के बीच 168.64 करोड़ रुपये बोनस के रूप में बांटी जाएगी. कंपनी के कर्मचारियों को औसतन 1,44,706 रुपये बोनस मिलेगा.
टाटा स्टील प्रबंधन व टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व के बीच बोनस समझौता हुआ. टाटा स्टील के साथ अन्य कंपनियों टाटा स्टील कलिंगानगर, टाटा ग्रोथ शॉप, टिनप्लेट डिवीजन, मार्केट एंड सेल्स, रॉ मैटेरियल डिवीजन, मेटालिक्स डिवीजन, टाटा स्टील गम्हरिया, टाटा स्टील स्पंज आयरन जोड़ा, एचएमसी के कर्मचारियों का भी बोनस हुआ. टाटा स्टील समेत इन सभी कंपनियों को मिला कर करीब 27,454 कर्मचारी हैं, जिनके बीच 303.13 करोड़ रुपये की राशि बांटी जाएगी. बताया जाता है कि इन सभी कंपनियों के विलय के बाद करीब पांच हजार कर्मचारी बढ़े हैं. वहीं बोनस की राशि को देखा जाए तो इस बार कर्मचारियों को मिलने वाली अधिकतम व न्यूनतम राशि भी कम हुई है. टाटा स्टील, कलिंगानगर समेत अन्य कंपनियों के कर्मचारियों के बैंक खाते में 13 सितम्बर को बोनस की राशि भेज दी जाएगी.
संजीव, सतीश, नितेश राज समेत अन्य पदाधिकारियों का स्वागत
टाटा स्टील में बोनस समझौता करने के बाद यूनियन पहुंचने पर अध्यक्ष संजीव चौधरी, डिप्टी प्रेसीडेंट शैलेेश सिंह, महामंत्री सतीश सिंह, असिस्टेंट सेके्रट्री नितेश राज समेत अन्य पदाधिकारियों का कमेटी सदस्यों ने जोरदार स्वागत किया. शहर में सबसे पहले बोनस कराने पर कमेटी सदस्यों ने पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए जमकर आतिशबाजी की. यूनियन के महामंत्री सतीश सिंह ने कहा कि 11275.09 करोड़ रुपये नेट प्रोफिट पर 1.5 प्रतिशत की दर से 169.13 करोड़ रुपये बोनस लिया गया है. सेफ्टी पर कर्मचारियों का हौंसला बढ़ाने के लिए पांच करोड़ रुपये की राशि मिली है जबकि पिछले दो वर्षों से एक रुपये भी नहीं मिल रहा था. यूनियन के असिस्टेंट सेक्रेट्री नितेश राज ने प्रबंधन व यूनियन के टॉप थ्री का बेहतर बोनस कराने के लिए आभर जताया. उन्होंने कर्मचारियों से अपील की कि बोनस की सही उपयोग करें.