सोशल संवाद / नई दिल्ली ( रिपोर्ट – सिद्धार्थ प्रकाश ) : दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आज एक पत्रकार वार्ता में कहा की आम आदमी पार्टी द्वारा 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थित शीशमहल बंगले पर वर्तमान मुख्य मंत्री आतिशी मार्लेना का बिना सरकारी आवंटन नियमों के पालन के कब्जा करवाने की जल्दबाज़ी साफ दर्शाती है की शीशमहल बंगले में कुछ ना कुछ जिसे पूर्व मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल ना सिर्फ दिल्ली वालों से बल्कि कानून एवं लोकनिर्माण विभाग तक से छुपा कर रखना चाहते हैं।
पत्रकार वार्ता का संचालन मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने किया और कहा की यह अजिब विडम्बना है की जिस पार्टी की सारी राजनीति ही नो बंगला नो गाड़ी पर आधारित थी आज बंगले के लिए आखाड़ा जमाये बैठी है। मीडिया रिलेशन प्रमुख विक्रम मित्तल भी उपस्थित थे। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष ने कहा की मुख्य मंत्री आतिशी मार्लेना के पास मंत्री के रूप में पहले से आवंटित 17 ए.बी. मथुरा रोड़ का बंगला है और इसी बंगले से तत्कालीन मुख्य मंत्री शीला दीक्षित ने 1998 से 2004 तक सरकार चलाई थी तो मार्लेना क्यों नही चला सकती हैं।
यह भी पढ़े : दिल्ली के लोग कांग्रेस एवं केजरीवाल को एक ही सिक्के के दो चेहरों के रूप में देखते है – दिल्ली भाजपा प्रवक्ता
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा की दिल्ली की जनता के पैसे से शीशमहल बंगला बना है, इसका रखरखाव होता होता है ऐसे में जनता को यह जानने का अधिकार है की आखिर खुद अरविंद केजरीवाल से लेकर संजय सिंह तक इस शीशमहल बंगले को आतिशी मार्लेना को आवंटित कराने के लिए बौखला रहे हैं ? आखिर क्यों आतिशी ने बिना आवंटन के ही 17 अक्टूबर को अपना सामान घुसा कर कब्जा करने का प्रयास किया ?
आज आतिशी मार्लेना बंगले के लिए इतना बौखला रही हैं पर सच यह है की उन्हे मंत्री के रूप में जो 17 ए.बी. मथुरा रोड़ का बंगला आवंटित था वह उसमे भी आज तक नही रही हैं। उन्होने वह बंगला विधायक मनीष सिसोदिया के परिवार को उपयोग के लिए दिया था और खुद आज भी कालका जी आवास में रहती हैं। मनीष सिसोदिया अब अवैध रूप से एक सांसद बंगले मे रहने चले गये हैं तो बेहतर होगा आतिशी मार्लेना खुद को आवंटित 17 मथुरा रोड़ वाले खाली बंगले में शिफ्ट कर लें।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है की 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थित शीशमहल बंगला अनेक सतर्कता एवं पुलिस जांचों से जुड़ा है जैसे – अवैध निर्माण मामला, पेड़ कटाई मामला, स्वाति मालीवाल से मारपीट मामला और पूर्व में मुख्य सचिव मारपीट मामला। नियमानुसार 6 फ्लैग स्टाफ रोड बंगला कोई आरक्षित मुख्य मंत्री आवास नही है और लोकनिर्माण विभाग को अपने किसी भी बंगले के खाली होने के बाद उसका सर्वेक्षण करके उसमे किए गये अतिरिक्त निर्माण को हटा कर नये व्यक्ति को आवंटित करने का अधिकार है। इस शीशमहल बंगले के बारे में सब जानते हैं की अरविंद केजरीवाल ने यह अवैध रूप से बनवाया था, ना इसका कोई नक्शा स्वीकृत है ना इसका कोई कमपलीशन सर्टिफिकेट है ऐसे में लोकनिर्माण विभाग को यह तय करने का अधिकार है की यह बंगला आगे आवंटित हो या नही ?
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा जिस तरह शीशमहल महल बंगले की चाबी सौंपने एवं वापस लेने का खेल आम आदमी पार्टी ने पूर्व मुख्य मंत्री के विशेष सचिव प्रवेश रंजन झा के साथ में खेला है वह साफ दर्शाता हैं शीशमहल में बहुत से राज़ हैं जिनकी जांच आवश्यक है। दिल्ली सरकार का लोकनिर्माण विभाग खुद इस शीशमहल की चाबी के खेल एवं आवंटन पर अधिकारी प्रवेश रंजन झा आदि से जवाब मांग चुका है और अब सतर्कता विभाग ने भी अधिकारी झा सहित तीन अधिकारियों को नोटिस देकर जवाब मांगा है जो इस मामले को और संवेदनशील बनाता है।
अरविंद केजरीवाल ने खुद 5 अक्टूबर को लोकनिर्माण विभाग को सूचित किया की कि बंगला खाली करने करने प्रक्रिया सेक्शन ऑफिसर विजय कुमार पूरी करेंगे तो सवाल उठता है चाबी अधिकारियों मुकेश कुमार एवं प्रवेश रंजन झा पर कैसे पहुंची। नियमानुसार बंगले के मुख्य गेट पर ताला क्यों नही लगा। सचदेवा ने कहा है की दिल्ली की जनता चाहती है की लोकनिर्माण विभाग अविलंब 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थित शीशमहल बंगले को सील करे और इसका पूरा सर्वेक्षण जांच कर विडियो रिपोर्ट जनता के समक्ष रखे।