सोशल संवाद /बड़बिल (रिपोर्ट -संजय सिन्हा) : हावड़ा बड़बिल जनशताब्दी ट्रेन जनवरी के महिने में बीते मंगलवार को सबसे ज्यादा घंटे लेट से आवागमन की। हावड़ा से चलकर बड़बिल आने मे अपने निर्धारित समय से 6घंटे लेट पहुंची। तथा बड़बिल से हावड़ा वापसी में 9 घंटे लेट चली। उक्त ट्रेन के लेट परिचालन के कारण दर्जनों यात्रियों को बस के माध्यम से टाटानगर जाते देखा गया।
ज्ञात हो कि हावड़ा बड़बिल जनशताब्दी ट्रेन डेढ़ वर्षो से लगातार घंटो घंटो विलंब से परिचालन कर रही है। झारखंड एवं ओडिशा लौहाचंल क्षेत्र के लाइफलाइन कही जाने वाली हावड़ा बड़बिल जनशताब्दी के लेट परिचालन के कारण इस क्षेत्र में कार्यरत खादान एवं कलकारखानों के कर्मीयों को इस ट्रेन से विश्वास धीरे धीरे उठता जा रहा है,और वे इस ट्रेन से बेहतर बस को मान रहे है। और बस से यात्रा कर रहे है।
क्षेत्रवासियों के अनुसार लौहाचंल क्षेत्रो से रेलवे विभाग करोड़ों रू. की कमाई कर रहा है।परंतु रेलवे विभाग द्वारा सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। क्षेत्र के समाजिक कार्यकक्ताओ द्वारा रेल मंत्री,हावड़ा,चक्रघरपुर रेलमंडल अधिकारी को प्रतिदिन एक्स हैंडल पर टियुट कर समस्या से अवगत कराया गया परंतु समस्या जसकी तस है।