सोशल संवाद / डेस्क : ग्रीन टी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन्स, और मिनरल्स होते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। यह वजन घटाने, हृदय स्वास्थ्य, और त्वचा की देखभाल में भी सहायक मानी जाती है। हालांकि, ग्रीन टी का सेवन हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं है। कुछ विशेष परिस्थितियों में, इसके सेवन से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है। आइए जानते हैं उन लोगों के बारे में जिन्हें ग्रीन टी नहीं पीनी चाहिए।
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गैस्ट्रिक समस्याओं वाले लोग – ग्रीन टी में कैफीन और टैनिक एसिड (Tannic acid) होता है, जो पेट में जलन और गैस्ट्रिक समस्याओं का कारण बन सकते हैं। विशेष रूप से, जिन लोगों को एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux) या पेट के अल्सर (Ulcers) की समस्या है, उनके लिए ग्रीन टी पीना ठीक नहीं हो सकता। यह पेट के एसिड स्तर को बढ़ा सकता है, जिससे समस्या और गंभीर हो सकती है। ऐसे लोग ग्रीन टी से बचने की कोशिश करें।
गर्भवती महिलाएं – प्रेगनेंट और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को भी ग्रीन टी का सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल, ग्रीन टी में कैफीन और कैटेचिन जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो प्रेगनेंसी की जटिलताओं को बढ़ा सकते हैं। दिन में दो कप से ज्यादा ग्रीन टी पीने से गर्भपात का जोखिम भी बढ़ जाता है। कैटेचिन एंग्जाइटी और तनाव के लेवल को बढ़ाता है। ये बच्चे के लिए भी नुकसानदायक साबित हो सकता है। कैफीन दूध के जरिए शिशु के शरीर में जा सकता है, जिससे शिशु को नींद में परेशानी, चिड़चिड़ापन या अन्य समस्याएँ हो सकती हैं।
लो ब्लड प्रेशर के मरीज – ग्रीन टी का सेवन रक्तचाप (Blood Pressure) को कम कर सकता है। अगर किसी व्यक्ति को पहले से लो ब्लड प्रेशर (Hypotension) की समस्या है, तो उसे ग्रीन टी का सेवन सीमित करना चाहिए। ग्रीन टी का अधिक सेवन रक्तचाप को और कम कर सकता है, जिससे चक्कर आना, थकान या बेहोशी जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
एनीमिया के मरीज – एनीमिया की शिकायत होने पर ग्रीन टी का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल, ग्रीन टी के सेवन से शरीर में आयरन का अवशोषण बाधित हो सकता है। इसलिए, अगर आपको एनीमिया या आयरन की कमी है, तो आपको ग्रीन टी का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। दिन में दो कप से ज्यादा ग्रीन टी का सेवन करने से आपकी समस्या बढ़ सकती हैं।
आयरन की कमी वाले लोग- ऐसा माना जाता है कि ग्रीन टी खाद्य पदार्थों से आयरन के अवशोषण को घटा देती है। ग्रीन टी नॉन-हीम आयरन की जैव-विविधता को कम सकती है। नॉन हीम आयरन अंडों, दूध से बनी चीजों और पौधों से मिलने वाले खाद्य पदार्थों जैसे कि बींस आदि में होता है। इसलिए इन चीजों के सेवन के साथ ग्रीन टी पीने से आयरन का अवशोषण कम हो सकता है।
कैफीन से संवेदनशील लोग – जिन लोगों को कैफीन से संवेदनशीलता होती है, जैसे कि उन्हें नींद में खलल पड़ता है, दिल की धड़कन तेज हो जाती है या चिंता बढ़ जाती है, उन्हें ग्रीन टी से बचना चाहिए।
दवाइयां लेने वाले लोग- जो लोग नियमित रूप से दवाइयाँ ले रहे हैं, विशेष रूप से रक्तद्रवण (Blood Thinners), एंटी-डिप्रेसेंट्स, या एंटी-बायोटिक्स जैसी दवाइयाँ, उन्हें ग्रीन टी के सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। ग्रीन टी कुछ दवाइयों के प्रभाव को बदल सकती है और उनके साथ मिलकर दुष्प्रभाव उत्पन्न कर सकती है। उदाहरण के लिए, रक्तद्रवण की दवाइयों के साथ ग्रीन टी का सेवन रक्त के थक्के बनने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है।