सोशल संवाद/जमशेदपुर : बन्ना गुप्ता के निर्देश पर पथ निर्माण विभाग ने फ़्लाइओवर का जो डिज़ाइन बनाया था और जिसके आधार पर कैबिनेट ने परियोजना स्वीकृत किया था और जिसका शिलान्यास गत वर्ष में मुख्यमंत्री से गोपाल मैदान के कार्यक्रम में करा लिया था सरयू राय उसका विरोध किया था. उनकी बात सही साबित हुई और टाटा स्टील की समरूप आपत्ति पर सरकार को पहले की डिज़ाइन में परिवर्तन करना पड़ा. तब जाकर टाटा स्टील ने इसपर अनापत्ति प्रमाण कल दिया है.
बन्ना गुप्ता प्रेरित जिस डिज़ाइन को कैबिनेट ने स्वीकृति दिया और जिसका शिलान्यास मुख्यमंत्री ने कर दिया उसकी तकनीकी स्वीकृति रद्द हो गई और दुबारा बनी डिज़ाइन पर फिर से तकनीकी स्वीकृति लेनी पड़ी तब जाकर टाटा स्टील की एनओसी मिली जिसे स्वास्थ्य मंत्री उपलब्धी मानते हैं तो यह वस्तुतः थूक कर चाटने जैसा है और ऐसा मेरे विरोध के कारण हुआ. सरयू राय लिखित में पहले वाली डिज़ाइन को अनुपयोगी, अव्यवहारिक और खर्चीला बताया था जो सही साबित हुआ और मुख्यमंत्री द्वारा शिलान्यास करने के बावजूद सरकार को बन्ना जी द्वारा प्रेरित डिज़ाइन मे परिवर्तन करना पड़ा तो अनावश्यक ज़्यादा खर्चीली और अनुपयोगी डिज़ाइन के लिए स्वास्थ्य मंत्री को सार्वजनिक माफ़ी माँगनी चाहिए.
बन्ना भूल जा रहे हैं कि सर्वप्रथम मैंने ही जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा के अपने कार्यकाल में मानगो चौक पर एक फ़्लाइओवर बनाने की माँग सार्वजनिक रूप से रखा था. उस समय बन्ना को इसकी कल्पना भी नहीं थी. मैं चाहता था कि यह काम टाटा स्टील करे. क्योंकि यह सड़क उनकी है और पहले का पुल भी कंपनी ने बनाया है.
सरकार ने स्वर्णरेखा पर लिट्टी चौक से एनएच 33 के जोड़ने के लिए एक अतिरिक्त पुल बनाने का डीपीआर तैयार करने का काम शुरू किया है जो वर्तमान मानगो फ़्लाइओवर से भी अधिक उपयोगी होगा. बन्ना गुप्ता अपने हाथ से अपनी पीठ न थपथपाएँ और जनता में भ्रम न फैलाएँ. वृहत जमशेदपुर की योजना मैंने विधानसभा में भी रखा है और सरकार के सामने भी. इसकी जानकारी ले ले लें और अनर्गल बयानबाज़ी बंद करें.