सोशल संवाद डेस्क : बिहार के फेमस यूट्यूबर मनीष कश्यप एक बार फिर मुश्किलों में फस गए हैं . दरअसल बिहार के प्रवासी मजदूरों पर हमले और पिटाई के फेक वीडियो वायरल करने के आरोपी मनीष कश्यप पर बड़ी कार्रवाई हुई है. पुलिस ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए मनीष कश्यप के बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने इन अकाउंट से भारी रकम बरामद की है. इसके साथ ही पुलिस ने मनीष कश्यप के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया है साथ ही पुलिस ने विशेष टीम गठित की है.
बिहार पुलिस ने इस मामले को लेकर किया ट्वीट
इधर बिहार पुलिस ने इस मामले को लेकर कई ट्वीट किए. उसने बताया कि मनीष कश्यप के बैंक अकाउंट्स में जमा राशि को फ्रीज कर दिया गया है. पुलिस के मुताबिक जितने खाते फ्रीज किए गए, उनमें कुल 42 लाख 11 हजार 937 रुपये जमा थे. मनीष से जुड़े चार अकाउंट्स को फ्रीज किया गया है.
पुलिस के ट्विटर पोस्ट के मुताबिक मनीष के SBI खाते में 3 लाख 37 हजार 496 रुपये थे. IDFC बैंक के खाते में 51 हजार 69 रुपये और HDFC बैंक खाते में 3 लाख 37 हजार 463 रुपये मिले हैं.पुलिस ने आगे बताया कि SACHTAK फाउंडेशन के HDFC अकाउंट में 34 लाख 85 हजार 909 रुपये जमा हैं. इस अकाउंट को भी पुलिस ने फ्रीज कर दिया गया है. मनीष कश्यप के खिलाफ वित्तीय अनियमितता के साक्ष्य भी मिले हैं. इन सभी की जांच की जा रही है. इसके साथ ही बिहार पुलिस ने मनीष कश्यप और युवराज सिंह राजपूत की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है. पुलिस के मुताबिक दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
30 फेक वीडियो मिले थे
इधर आपको बताते चलें की मनीष कश्यप ने तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी मजदूरों पर कथित हमले के कुल 30 वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट किये थे. इसके बाद आर्थिक अपराध इकाई ने इस मामले में केस दर्ज किया था. कार्रवाई करते हुए आर्थिक अपराध इकाई ने बिहार के जमुई जिला स्थित लक्ष्मीपुर थाने के निवासी अमन कुमार को गिरफ्तार किया था. वहीं, राकेश तिवारी, युवराज सिंह राजपूत और मनीष कश्यप के खिलाफ केस दर्ज किया था.
जांच के आधार पर बिहार पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया एक वीडियो किसी की हत्या का है. आगे जांच बढ़ी तो पता चला कि ये किसी की आत्महत्या का पुराना वीडियो है और इसका बिहार में रहने वाले किसी व्यक्ति से संबंधित नहीं था. एक और वीडियो भी पुरानी घटना से संबंधित है. ये वीडियो झारखंड और बिहार के दो लोगों के व्यक्तिगत विवाद से जुड़ा था. यानी इसका भी तमिलनाडु के किसी व्यक्ति से कोई लेना देना नहीं था.