सोशल संवाद / जमशेदपुर: नए एवं पुराने न्यायालय परिसर में इन दिनों जमकर टिकटों की कालाबाजारी हो रही है। निर्धारित कीमत से ज्यादा कीमत जरूरतमंद ग्राहकों से वसूले जा रहे हैं। स्टांप पर ज्यादा कीमत वसूल करने वाले वेंडर अलग-अलग व्यक्तियों से वकालतनामा की अलग मूल्य वसूलते हैं। अन्य स्टेशनरी की कीमत भी बाजार से दुगने कीमत पर बेच रहे हैं। शायद ही कोई विरला स्टांप वेंडर है जो इमानदारीपूर्वक निर्धारित कीमत पर ही स्टांप एवं अन्य टिकट बिक्री कर रहा है।
यह भी पढ़े : बिरसानगर, मोहरदा समेत सभी बस्तियों में जुस्को बिजली देने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जायःसरयू राय
यह कार्य पिछले कई दिनों से चल रहा है और अधिवक्तागण खामोश रहते हैं। क्योंकि उनके पॉकेट पर इसका बोझ नहीं पड़ता है। जरूरतमंद मुवक्किल के पास कोई विकल्प नहीं होने के कारण ज्यादा कीमत पर वेंडर से सामग्री खरीदने को मजबूर रहता है। अब तो आलम यह है कि बार एसोसिएशन द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले वकालतनामा एवं अधिवक्ता कल्याण कोष का टिकट ज्यादा कीमत पर बेचा जाने लगा है।
बुधवार की सुबह वरीय अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने अपने एक मुवक्किल सुशांत धीवर को ₹100 मूल्य का टिकट लाने के लिए भेजा। वह नए न्यायालय परिसर के नए बार भवन स्थित दुबे लॉ हाउस गया। संचालक में ₹100 की बजाय उसे 110 रुपए कीमत वसूल किया। उक्त जानकारी जब अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू को मिली तो वह संचालक के पास गए। संचालक में गलती के लिए न माफी मांगी ना खेद जताया। बल्कि उसने 110 रुपए वापस कर दिए और कहा कि आप टिकट वापस कर दीजिए।
अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने उसे टिकट वापस कर दिए और दूसरे दुकानदार से टिकट खरीदे। दुकानदार ने अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू को देखा तो उसने उससे ज्यादा कीमत नहीं लिया।
सुधीर कुमार पप्पू ने बार एसोसिएशन से इसकी लिखित शिकायत की है और कार्रवाई करने का आग्रह किया है। वहीं इसकी प्रतिलिपि उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम को भी उन्होंने भेज दी है। उन्होंने उपयोग से आग्रह किया है कि समय-समय पर इसकी विजिलेंस जांच होनी चाहिए। जिससे आम आदमी को इस तरह की कालाबाजारी का सामना नहीं करना पड़े।