सोशल संवाद / झारखंड : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने एक बार फिर राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सरकार बार-बार उन्हें जनता के बीच जाने से रोक रही है, लेकिन इससे जनआंदोलन की आवाज दबाई नहीं जा सकती।
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चंपाई सोरेन ने कहा, “पहले मुझे भोगनाडीह जाने से रोका, फिर नगड़ी आंदोलन के दौरान हाउस अरेस्ट किया गया, और अब चाईबासा जाते वक्त रास्ते में रोक दिया गया। यह सरकार पूरी तरह आदिवासी विरोधी है। लेकिन मैं साफ कहना चाहता हूँ — जिस तरह नगड़ी आंदोलन सफल हुआ था, वैसे ही यह आंदोलन भी सफल होकर रहेगा।”
उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता अब सरकार की मंशा समझ चुकी है। राज्य में जिस तरह जनप्रतिनिधियों को रोका जा रहा है, वह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।
चंपाई सोरेन ने कहा कि उनकी लड़ाई किसी व्यक्ति या पार्टी से नहीं, बल्कि आदिवासियों के अधिकार और सम्मान की रक्षा के लिए है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार विकास के नाम पर आदिवासी भूमि और संसाधनों को बाहरी कंपनियों के हवाले करना चाहती है, लेकिन जनता अब इसके खिलाफ एकजुट हो चुकी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि सरकार चाहे जितनी ताकत लगा ले, झारखंड की मिट्टी से उठने वाली आवाज़ को दबाया नहीं जा सकेगा।








