सोशल संवाद डेस्क : उत्तराखण्ड में साल 2023 की चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो रही है। 22 तारीख को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट विधिवत पूजा अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। वहीं 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के और 27 अप्रैल को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।
इस चारधाम यात्रा की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। सरकार को उम्मीद है कि इस साल चारधाम यात्रा में पिछले साल से भी ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने आएंगे। अभी तक 12 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। सरकार अपनी ओर से चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों को हर सुविधा देने के लिए लगातार कोशिशें कर रही है। ठंड और बर्फबारी की वजह से इन चार मंदिरों को शीतकाल के लिए बंद किया जाता है, गर्मी में जब मौसम ठीक हो जाता है, तब इन मंदिरों के कपाट खोले जाते हैं।
घोड़े खच्चर और डंडी-कंडी संचालकों के लिए बनाए गए नियम
इसी कड़ी में सरकार ने घोड़े खच्चर हॉकर और डंडी-कंडी संचालकों को भी चेतावनी जारी की है। दरअसल यात्रा सीजन के दौरान केदारनाथ पैदल मार्ग पर हजारों की संख्या में घोड़े-खच्चरों का संचालन होता है। ऐसे में कई बार ये लोग यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। कई बार उन्हें आधे रास्ते पर ही उतार देते हैं। ऐसे में यात्रियों को परेशान होना पड़ता है।
अब अगर केदारनाथ पैदल मार्ग पर संचालित होने वाले घोड़े खच्चर हॉकर और डंडी-कंडी संचालक अगर इस बार यात्रियों के साथ अभद्रता करते हैं तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। अब प्रशासन घोड़े खच्चर हॉकरों के लिए पहचान पत्र भी जारी करेगा। घोड़े खच्चर और डंडी-कंडी संचालक अगर यात्रियों से अभद्रता करता है तो यात्री की शिकायत पर पुलिस घोड़े खच्चर और डंडी-कंडी संचालकों पर एक्शन लेगी।