सोशल संवाद / नई दिल्ली : कांग्रेस ने अमेरिका द्वारा भारतीय नागरिकों के साथ किए जा रहे बर्बर और अपमानजनक व्यवहार की कड़ी निंदा करते हुए मोदी सरकार की चुप्पी पर गंभीर सवाल उठाए हैं। नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में पत्रकार वार्ता करते हुए पार्टी की सोशल मीडिया एवं डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स विभाग की अध्यक्ष सुप्रिया श्रीनेत ने अमेरिका में भारतीय मूल के एक छात्र का वीडियो दिखाया, जिसे नेवार्क एयरपोर्ट पर वहां की पुलिस जमीन पर पटक रही थी, जूते तले रौंद रही थी और हथकड़ी पहना रही थी।
श्रीनेत ने कहा कि भारत के एक नागरिक के साथ बर्बरता देखकर मन बहुत व्यथित होता है। उन्होंने बताया कि छात्र गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन अमेरिकी पुलिस ने एक न सुनी और उसे हथकड़ी बांधकर डिपोर्ट कर दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह कोई आतंकवादी या गुंडा नहीं था, बल्कि अपनी आंखों में सपने लेकर अमेरिका पहुंचा एक छात्र था।

कांग्रेस नेता ने अमेरिका के रवैये पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि यह पहली घटना नहीं है, लगातार भारतीयों को बंधक बनाकर बर्बर तरीके से वापस भेजा जा रहा है। भारतीय मूल के छात्रों को वीजा मिलने में लगातार दिक्कतें आ रही हैं, बैकलॉग बढ़ता जा रहा है और उनके दाखिले भी खारिज हो रहे हैं।उन्होंने बताया कि अमेरिका ने 682 भारतीयों को बर्बर तरीके से भारत भेजा है। उन्होंने पूछा कि जानवरों की तरह बर्ताव करने का यह कौन सा तरीका है और किसने इसकी इजाजत दी है। यह प्रधानमंत्री मोदी की जिम्मेदारी है कि अगर दुनिया में कहीं भी भारत या भारतीयों का अपमान हो तो उसके खिलाफ खड़े होकर मुस्तैदी से बोलें।
श्रीनेत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका लगातार भारत का अपमान कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति 12 बार भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम का श्रेय लेते हैं, पाकिस्तान और भारत को एक साथ रखकर समकक्ष खड़ा करते हैं, यहां तक कि आतंकी देश पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को कद्दावर नेता बताते हैं, लेकिन मोदी कुछ नहीं बोलते। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि अमेरिका लगातार भारत को व्यापार और टैरिफ की धमकी दे रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने उनके सामने ही भारत को एब्यूज़र और फ्रॉड बताया, लेकिन नरेंद्र मोदी ने इस पर भी कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई थी।

कांग्रेस नेता ने अमेरिका द्वारा भारत के दुश्मन देशों को हथियार, ड्रोन सप्लाई करने, रूस से हथियार न खरीदने की धमकी दिए जाने पर मोदी सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अमेरिका का यह रवैया धौंस देने वाला है और इस पर मोदी सरकार चुप है। श्रीनेत ने पूछा आखिर प्रधानमंत्री की क्या यह ज़िम्मेदारी नहीं है कि अगर हिंदुस्तान या हिंदुस्तानियों का कहीं असम्मान हो तो वह इसके ख़िलाफ़ मज़बूती से प्रतिकार करें? अन्यथा – किस बात के प्रधानमंत्री हैं? श्रीनेत ने सवाल किया कि आखिर नरेंद्र मोदी खामोश क्यों हैं, उन्हें किस बात का डर है? अगर प्रधानमंत्री नहीं बोलेंगे तो यह माना जाएगा कि ये सब उनकी मर्जी से हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी बिना देर किए अमेरिका के राष्ट्रपति को फोन कर कहें कि भारतीयों के साथ बदसलूकी करने की कोशिश न की जाए।