सोशल संवाद / जमशेदपुर : जमशेदपुर में दुर्गा पूजा का उत्साह देखते ही बनता है. इस बार पंचांग के अनुसार अष्टमी व नवमी की तिथि एक ही दिन पडऩे से विसर्जन को लेकर असमंजस की स्थिति बन गयी है. पूजा समितियों व श्रृद्धालुओं का कहना है कि 12 अक्टूबर को विसर्जन होने की सूरत में केवल दो ही दिन पूजा हो पायेगी. जिस पूजा के लिए हमसब सालभर इतनी तैयारी व इंतजार करते हैं, उसे हम पूरे हर्षोल्लास व धूमधाम से मनाना चाहते हैं. मगर अभी के हालात में केवल दो ही दिन पूजा हुई तो इतनी बड़ी तैयारी का हम आनंद नही ले पायेंगे.
इसी वजह से अब अलग-अलग पूजा समितियों पर श्रद्धालुओं का दबाव बढ़ रहा कि 12 को बजाय 13 अक्टूबर को विजर्सन किया जाय. इस संबंध में जमशेदपुर केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति के महासचिव आशुतोष सिंह का कहना है कि दुर्गा पूजा समितियां जो सर्वसम्मति से फैसला लेगी उसे लेकर हम दो-तीन दिनों में प्रशासन के पास जाएंगे. उन्होंने स्वीकार किया कि कई पूजा समितियां 13 अक्टूबर विसर्जन कराना चाहती है. ऐसे पूजा समितियों की संख्या दिनो दिन बढ़ रही है.
हालांकि जमशेदपुर जमशेदपुर केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति के शुरुआती बैठकों के दौरान 12 अक्टूबर को ही विसर्जन पर सर्वसम्मति बनी थी.
नवमी तिथि के क्षय से बना असमंजस
इस बार 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र शुरु हो रहा. इसके तहत 10 अक्टूबर को सप्तमी, 11 अक्टूबर को अष्टमी व नवमी पड़ रही है. जबकि 12 अक्टूबर को दशमी मनेगी. बाताया जा रहा है कि बांग्ला पंचांग के अनुसार 12 अक्टूबर सुबह 5.36 बजे सूर्योदय होगा. इसके बाद सुबह 5.44 बजे तक नवमी है, यानि 12 अक्टूबर को नवमी की उदया तिथि पड़ रही है. वैसे में विजया दशर्मी 13 अक्टूबर को ही मनाया जाना चाहिए. हालांकि पंचांग के अनुसार 13 अक्टूबर को एकादशी तिथि है.