---Advertisement---

चुनाव आयोग को वोट चोरों की रक्षा बंद करनी चाहिए- राहुल गांधी

By Tamishree Mukherjee

Published :

Follow
Election Commission should stop protecting vote thieves

Join WhatsApp

Join Now

सोशल संवाद / नई दिल्ली :  मुख्य चुनाव आयुक्त पर वोट चोरों की रक्षा करने का आरोप लगाते हुए लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने आलंद विधानसभा सीट पर हुए फर्जीवाड़े की जांच में कर्नाटक सीआईडी द्वारा मांगी गई आवश्यक जानकारी देने के लिए चुनाव आयोग को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है।

यह भी पढ़े : India-अमेरिका शुल्क विवाद पर वार्ता जारी, 8-10 हफ्तों में समाधान की उम्मीद

इंदिरा भवन स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक अहम खुलासा करते हुए बताया कि कर्नाटक की आलंद विधानसभा सीट पर फर्जीवाड़ा कर कांग्रेस समर्थक माने जाने वाले हजारों वोटरों के नाम मतदाता सूची से काटे गए और जब कर्नाटका सरकार ने सीआईडी जांच शुरू की तो चुनाव आयोग को 18 चिट्ठियां लिखने के बावजूद जरूरी सवालों के जवाब नहीं दिए गए।

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को कटघरे में खड़ा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वह वोट चोरों की रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कर्नाटक सीआईडी ने इस मामले में फरवरी 2023 से जांच शुरू की और चुनाव आयोग को बार-बार चिट्ठियां लिखकर आईपी एड्रेस, ओटीपी ट्रेल, फोन नंबरों की जानकारी मांगी। लेकिन आयोग ने अधूरी जानकारी दी, जो जांच आगे बढ़ाने लायक नहीं थी। कर्नाटक चुनाव आयोग ने भी जानकारी मांगी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। 

हाइड्रोजन बम का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने यह भी बताया कि वह अगले कुछ दिनों में और बड़ा खुलासा करेंगे, जिसकी तैयारी चल रही है।

पुरे घटनाक्रम की पृष्ठभूमि की विस्तार से चर्चा करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने बताया कि आलंद में संयोग से एक बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) ने अपने रिश्तेदार के नाम को मतदाता सूची से गायब पाया, जिसके बाद इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ। पहले पता चला कि उनके रिश्तेदार का वोट उसी के पड़ोसी ने कटवाया है। जब पड़ोसी से पूछा गया तो पता चला कि उसने नाम नहीं कटवाया है। इसके बाद जांच में पता चला कि इस विधानसभा क्षेत्र में फर्जी तरीके से 6,018 वोटर डिलीट किए गए थे। मतदाता सूची से नाम ऑटोमेटिक तरीके से काटे गए, जिसके लिए कर्नाटक के मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल ही नहीं किया गया, बल्कि दूसरे राज्यों के नंबरों से यह काम किया गया।

राहुल गांधी ने कहा कि आलंद में नामों की डिलीट करने की संख्या 6,018 से ज्यादा भी हो सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि नाम हटाने के लिए आलंद के उन दस बूथों पर ध्यान केंद्रित किया, जिनमें से आठ कांग्रेस ने 2018 के चुनाव में जीते थे।

राहुल गांधी ने गोदाबाई का वीडियो और फोटो दिखाते हुए कहा कि इनके नाम पर 12 मतदाताओं के नाम काटे गए। गोदाबाई ने वीडियो में स्वीकार किया कि उन्हें नाम काटे जाने की कोई जानकारी नहीं थी। इसी तरह, सूर्यकांत के नाम का इस्तेमाल कर मात्र 14 मिनट में 12 वोटर काटे गए, जबकि नागराज के नाम से सुबह चार बजे 36 सेकंड के अंदर मतदाताओं के नाम काटने के लिए दो फॉर्म भरे गए। उन्होंने कहा कि मतदाताओं के नामों की डिलीशन प्रक्रिया सॉफ्टवेयर के जरिए हो रही है। हर डिलीशन के लिए बूथ की वोटर लिस्ट के पहले मतदाता के नाम ही इस्तेमाल किया जा रहा है।  

राहुल गांधी ने बताया कि यह साजिश सिर्फ आलंद तक सीमित नहीं है। महाराष्ट्र के राजुरा में भी फर्जी तरीके से 6,850 वोटर जोड़े गए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और कर्नाटक के साथ हरियाणा, बिहार उत्तर प्रदेश में भी यह फर्जीवाड़ा हो रहा है।

राहुल ने कहा कि देश में मतदाता सूची से सुनियोजित तरीके से कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के समर्थक माने जाने वाले मतदाताओं के नाम काटे जा रहे हैं। इनमें दलित, ओबीसी, आदिवासी, अल्पसंख्यक वोटर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह काम सॉफ्टवेयर का उपयोग करके केंद्रीकृत तरीके से किया गया, जैसे कॉल सेंटर में किया जाता है।

YouTube Join Now
Facebook Join Now
Social Samvad MagazineJoin Now
---Advertisement---

Exit mobile version