सोशल संवाद / डेस्क : तेलुगू एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से एक और बेहद दुखद खबर सामने आई है। जाने-माने कॉमेडियन और एक्टर फिश वेंकट का निधन हो गया है। 18 जुलाई को मात्र 53 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है की एक्टर कई महीनों से किडनी की समस्या से जूझ रहे थे।
नहीं रहे हमारे बिच फिश वेंकट
फिश वेंकट के निधन की खबर से उनके चाहने वालों का दिल तोड़ दिया है। वो कई महीनों से किडनी का इलाज करा रहे थे। उनका डायलिसिस चल रहा था। बीमारी की वजह से वो कमजोर होते चले गए, तब उन्हें वेंटिलेटर पर रखने की नोबत आ गई थी। एक्टर को किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत थी।
आर्थिक तंगी ने ली जान
फिश वेंकट अपने तबियत के साथ आर्थिक तंगी से भी जूझ रहे थे।डॉक्टर्स ने उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट कराने के लिए कहा था।पर उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वो अपना इलाज करा सकें। यही वजह थी कि पवन कल्याण और विश्वक सेन ने उन्हें इलाज के लिए आर्थिक मदद दी।
एक्टर के किडनी ट्रांसप्लांट के लिए 50 लाख रुपये की जरूरत थी. अगर सही समय एक्टर का इलाज हो जाता, तो हो सकता था कि उन्हें बचाया जा सकता। लेकिन अफसोस ये नहीं हो पाया और हैदराबाद स्थित PRK हॉस्पिटल में किडनी फेल होने की वजह से उनका निधन हो गया।
कैसे मिली पहचान?
फिश वेंकट का जन्म 1971 में आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम में हुआ था। अपने एक्टिंग करियर में फिश वेंकट ने लगभग 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था। वो सहायक और हास्य किरदारों के लिए मशहूर थे। 2000 में उन्होंने फिल्म ‘सम्मक्का सारक्का’ से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था। वो पर्दे पर अधिकतर विलेन के रोल में दिखे. वहीं कई फिल्मों में कॉमेडियन बन हंसाया भी।
‘अधूर’, ‘गब्बर सिंह’, और ‘डीजे टिल्लू’ जैसी मूवीज से उन्होंने अपनी पहचान बनाई। आज वो इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके निभाए हुए किरदार फैन्स के दिलों में बसे हुए हैं।