सोशल संवाद / नई दिल्ली : मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शाम पंजाबी बाग (अशोक पार्क), टैगोर गार्डन व सुब्रतो पार्क स्थित कांवड़ शिविरों में भागीदारी की और शिवभक्त कांवड़ियों की सुविधाओं को जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने इस बात पर संतोष जाहिर किया कि दिल्ली में पहली बार कांवड़ियों का भव्य स्वागत किया जा रहा है और सरकार की ओर से उनकी सुविधाओं का का पूरा ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि दिल्ली सरकार करीब पांच लाख कांवड़ियों को गंगा जल से भरी डोलची व जूट बैग वितरित करेगी ताकि पर्यावरण संरक्षण को और मजबूत किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार कि कांवड़ सेवा समितियों की सहायता राशि भी बढ़ाने जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा एक पर्व है, इसलिए दिल्ली आने वाले और दिल्ली से गुजरने वाले कांवड़ियों का अभिनन्दन करना उनकी आस्था का सम्मान है।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कांवड़ शिविर समिति के पदाधिकारियों के साथ कांवड़ियों से मुलाकात की और उनका हालचाल पूछा। उन्होंने वहां स्थित मंदिरों में पूजा-अर्चना भी की और पुजारियों से आशीर्वाद ग्रहण किया। कांवड़ शिविरों का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि दिल्ली सरकार पांच लाख कावड़ियों को गंगा जल की डोलची और जूट के बने थैले वितरित करेगी ताकि पर्यावरण की रक्षा में सभी का योगदान हो सके। यह एक बड़ा कदम है, जिससे हम दिल्ली को स्वच्छ और सुंदर बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि कल से इनका वितरण शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के अनुसार हमें सुझाव मिला है कि कावड़ समितियों के लिए सहायता राशि बढ़ाई जाए, जिसे हम बढ़ाने वाले हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें उम्मीद है कि कावड़ियों को हमारी तैयारियों से सुविधा होगी और वे अपने गंतव्य तक सुरक्षित पहुंच सकेंगे। हम दिल्ली सरकार की ओर से कांवड़ियों के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि सावन माह में इस बार पूरी दिल्ली में जिस तरह का उत्सव जैसा माहौल है, वह पूर्व में कभी भी देखने को नहीं मिला। इन कांवड़ शिविरों में व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिल्ली सरकार के मंत्रियों, विधायकों व अधिकारियों की टीम ने पहले से ही पूरी तैयारी कर ली थी। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि इस बार कावड़ियों का स्वागत करने के लिए दिल्ली सरकार ने व्यापक तैयारियाँ की हैं। हमने 374 कावड़ समितियों को अनुदान देने का काम किया है और हर कैंप में बिजली, स्वास्थ्य सेवाएँ, शौचालय, सफाई कर्मचारी आदि की व्यवस्था की है। दिल्ली के सभी बॉर्डर पर स्वागत द्वार लगाए गए हैं और कावड़ियों के लिए बेहतर सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि हमारे सभी मंत्री व विधायक शिविरों में जाकर समितियों से बातचीत कर रहे हैं ताकि उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत न हो। मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि पहली बार पूरी दिल्ली में रेकॉर्ड 374 कांवड़ शिविर लगाए गए हैं, जहां शिवभक्तों की आस्था और उनकी जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की लगन व मेहनत का पता इस बात से ही चल जाता है कि पिछली सरकार में मात्र 170 कांवड़ शिविर ही लगाए गए थे और उनमें भारी अनियमितताओं के आरोप लगे थे। लेकिन इस बार लोगों ने आगे बढ़कर भागीदारी की और सरकार ने उनकी पूरी सहायता की।








