सोशल संवाद/डेस्क : दुनिया में कई सारी ऐसी नदियां हैं, जो उस देश की धरती की तरक्की में कई तरह से योगदान देती हैं. वहीं, भारत एक ऐसा देश है जहां नदियों का सामाजिक और आर्थिक ही नहीं, बल्कि पौराणिक महत्व भी है. आज हम बात कर रहे हैं दुनिया की ऐसी नदियों के बारे में जो हमे दिखाई तो नहीं देती है, लेकिन धरती के नीचे बहा करती हैं.
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गंगा, यमुना और सरस्वती संगम – कहा जाता है कि प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में तीनों नदियां गंगा, यमुना और सरस्वती आकर मिलती हैं, हालांकि, भौतिक रूप से सिर्फ गंगा और यमुना ये दोनों नदियां ही दिखती हैं, सरस्वती कहीं बहती नजर नहीं आती. अदृश्य सरस्वती नदी पर कई रिसर्च हो चुके हैं. फ्रेंच प्रोटो-हिस्टोरियन माइकल डैनिनो ने भी इस पर रिसर्च स्टडी की थी, जिसमें भूगर्भीय बदलाव को सरस्वती के विलुप्त होने का कारण बताया. वहीं, मान्यताएं है कि आज भी सरस्वती नदी suधरती के नीचे बह रही है.
मिस्ट्री रिवर, इंडियाना – अमेरिका के इंडियाना शहर में भी एक अंडरग्राउंड नदी है. जानकारी के मुताबिक यह यूएस की सबसे लंबी अंडरग्राउंड नदी है, जो’मिस्ट्री रिवर’ कहलाती है. इतिहास की मानें तो 19वीं शताब्दी से ही लोगों को इसकी जानकारी थी, लेकिन 1940 के बाद वहां की सरकार ने इसे पब्लिक के लिए भी ओपन कर दिया.
पर्टो प्रिंसेसा नदी, फिलीपींस – दक्षिण-पश्चिमी फिलीपींस की पर्टो प्रिंसेसा नदी लगभग 5 मील लंबी है. इस खूबसूरत नदी को यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थलों की लिस्ट जगह दी है. यह नदी जमीन के नीचे गुफाओं से होते हुए बहती है और समंदर में मिल जाती है.
सैंटा फे नदी, फ्लोरिडा –यह अमेरिका के उत्तरी फ्लोरिडा में स्थित है और लगभग 121 किलोमीटर तक बहती है. यह नदी जमीन के नीचे से भी बहती है और एक बड़े सिंकहोल से गिरती है.
रियो कैमू नदी, पोर्टो रिको – पोर्टो रिको में बहने वाली सबसे पुरानी नदी है, रियो कैमू नदी. बताया जाता है कि यह नदी करीब एक लाख साल पुरानी गुफाओं से होकर बहती है. इतना ही नहीं यह आकर्षक नदी विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अंडरग्राउंड नदी कहलाती है.
लबौइच नदी, फ्रांस – फ्रांस में बहने वाली लबौइच नदी को यूरोप की सबसे लंबी अंडरग्राउंड नदी कहते हैं. साल 1906 में इस नदी को पहली बार खोजा गया था, जिसके एक छोर से दूसरे छोर तक जाया जा सकता है.
भारत को नदियों का देश कहा जाता है. यहां दुनिया की कई बड़ी और पवित्र नदियां बहती हैं. वैसे भी किसी भी समाज के विकास में नदियों का बहुत खास योगदान होता है. हालांकि, भारत की नदियों में एक खास बात यह है कि यहां की सभी नदियां एक ही दिशा में बहती हैं. गंगा से लेकर जुमना तक आप किसी भी नदी के बहाव को देखें तो वह पश्चिम दिशा से पूर्व की ओर ही बहती हुई दिखाई देगी. लेकिन अगर हम कहें कि इसी भारत में एक ऐसी नदी है जो अपने बहाव से विपरीत बहती है तो आप क्या कहेंगे. आज इस आर्टिकल में हम आपको उसी नदी के बारे में बताएंगे.
कौन सी नदी धारा के विपरीत बहती है
अपनी धारा के विपरीत बहने वाली नदी का नाम है नर्मदा. जहां देश की ज्यादातर नदियां पश्चिम से पूर्व की ओर बहते हुए बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं, वहीं नर्मदा नदी अपनी धारा के विपरीत पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है और अरब सागर में जा कर गिरती है. नर्मदा नदी भारत के दो बड़े राज्यों गुजरात और मध्य प्रदेश की मुख्य नदी है.
पौराणिक कहानी क्या कहती है
नर्मदा नदी के धारा के विपरीत बहने के पीछे एक पौराणिक कहानी भी लोकप्रिय है. कहते हैं कि नर्मदा नदी का विवाह सोनभद्र से तय हुआ था, लेकिन नर्मदा की सहेली जोहिला के कारण दोनों के बीच दूरियां आ गईं और इससे क्रोधित हो कर नर्मदा ने आजीवन कुंवारी रहने का फैसला किया और धारा के विपरीत बहने का निर्णय लिया.
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