सोशल संवाद / डेस्क : राजनगर में रविवार को झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति की सिंहभूम लोकसभा चुनाव में मिली हार की समीक्षा की गई। बैठक में मुख्य रूप से जेबीकेएसएस के केंद्रीय संगठन मंत्री उदय बांकिरा मौजूद थे। बैठक में सबसे पहले उन्होंने कार्यकर्त्ताओं का आभार व्यक्त किया और कठिन परिश्रम के लिए धन्यवाद दिया। उदय ने कहा कि जेबीकेएसएस क्रन्तिकारी क्षेत्र से राजनीति में उतरी। मात्र एक दो साल के भीतर ही जयराम महतो की विचारधारा पूरे झारखंड में फ़ैल गई। हालांकि हमारे सुप्रिमो जयराम महतो गिरिडीह से चुनाव नहीं जीत पाए, लेकिन हम निराश व हताश नहीं हुए हैं। इसमें हम अपनी जीत मानते हैं। चूंकि हम अकेले लड़े और साढ़े तीन लाख वोट पाए। जहां तक सिंहभूम लोकसभा सीट की बात है। बहुत कम समय में छः विधानसभा को कवर कर पाना हमारे लिए सम्भव नहीं हो पाया। कई बूथों में हमारे कार्यकर्ता तक नहीं थे। फिर भी हमारे प्रत्याशी ने 48 हजार के लगभग वोट प्राप्त किया। यह सम्मानजनक वोट है।
यह भी पढ़े : PM मोदी के पैर छूने के लिए एक बार फिर झुके नीतीश कुमार, पीएम ने पकड़ लिए हाथ, कहा हम साथ साथ हैं…
उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अभी से जोर शोर से जुटने की बात कही। कहा कि सरायकेला से वर्तमान मुख्यमंत्री छह बार से क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। लोग उन्हें दो ही कारणों से जीता रहे होंगे या तो वे बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं या वे राजनीति में काफी अनुभवी हैं। परंतु हमारा मानना है कि जनता को यहां उनका विकल्प नहीं मिल रहा है। इसलिए वे लगातार चुने जा रहे हैं। जेबीकेएसएस आने वाले विधानसभा चुनाव में सरायकेला से विकल्प बनने जा रही है। लोकसभा चुनाव में सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से जेबीकेएसएस को करीब 29 हजार वोट मिला है। इससे हमारे कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा है। गांव -गांव में हमारे कार्यकर्त्ता स्थानीय विधायक की नाकामियों को उजागर करेंगे और जनता की ऑंखें खोलने का काम करेंगे। बैठक में काफी संख्या में कार्यकर्त्ता शामिल हुए।