सोशल संवाद/डेस्क: भोजपुरी सिनेमा के स्टार Pawan Singh की पत्नी और काराकाट सीट से निर्दलीय प्रत्याशी Jyoti Singh एक नए विवाद में फंस गई हैं। उन पर आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। यह मामला बिक्रमगंज के एसडीएम सह निर्वाची पदाधिकारी प्रभात कुमार की लिखित शिकायत पर दर्ज हुआ है। ज्योति सिंह के साथ उनके माता-पिता, भाई, बहन समेत कुल 18 लोगों पर केस दर्ज किया गया है।

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क्या है पूरा मामला?
प्रशासनिक टीम ने 11 नवंबर की रात करीब 12:25 बजे डेहरी रोड स्थित विंध्यवासिनी होटल की जांच की थी। जांच में पाया गया कि ज्योति सिंह के साथ कुछ बाहरी लोग ठहरे हुए थे, जबकि चुनाव प्रचार 9 नवंबर को ही समाप्त हो गया था। प्रशासन का आरोप है कि यह आचार संहिता का उल्लंघन है।
एसडीएम ने अपनी शिकायत में लिखा कि जांच के दौरान ज्योति सिंह ने प्रशासनिक टीम को सहयोग नहीं किया और जांच कार्य में बाधा डाली।
Jyoti Singh का पलटवार
दूसरी ओर, Jyoti Singh ने इस कार्रवाई को राजनीतिक साजिश बताया है। उन्होंने छापेमारी के बाद अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। ज्योति ने कहा कि यह सब उन्हें राजनीतिक रूप से परेशान करने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि छापेमारी के दौरान महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थीं, फिर भी पुरुष अधिकारी जबरन महिलाओं के कमरों में घुस गए। ज्योति ने इस पूरी कार्रवाई को अनुचित और अपमानजनक बताया।
प्रशासन का जवाब
Jyoti Singh के वीडियो के वायरल होने के बाद, एसडीएम प्रभात कुमार ने मीडिया के सामने बयान दिया और सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। हालांकि, यह बयान उन्होंने धनगाई मतदान केंद्र के परिसर में दिया, जहां चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार 100 मीटर के दायरे में प्रेस बाइट या इंटरव्यू देना प्रतिबंधित है।
बढ़ सकता है मामला
अब यह मामला और तूल पकड़ता दिख रहा है। एक तरफ ज्योति सिंह राजनीतिक बदले की कार्रवाई का आरोप लगा रही हैं, तो दूसरी तरफ प्रशासन का कहना है कि कानून के मुताबिक कार्रवाई की गई है।
चुनाव के बीच इस विवाद ने काराकाट विधानसभा सीट का माहौल गरम कर दिया है। अब देखना यह होगा कि आयोग इस पूरे प्रकरण पर क्या रुख अपनाता है।








