सोशल संवाद / डेस्क : फिल्म निर्माता करण जौहर की फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2’ 18 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। वे इस फिल्म के प्रोड्यूसर हैं। फिल्म में अक्षय कुमार और अनन्या पांडे अहम किरदार में नजर आ रही हैं । इस फिल्म में जलियांवाला बाग हत्याकांड की कहानी को दिखाया गया है। इसी के प्रेस मीट में करण जौहर फिल्म की टीम के साथ शामिल हुए। वहाँ उन्होंने जनरल डायर की परपोती के असंवेदनशील टिप्पणी पर अपना रिएक्शन दिया।
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आपको बता दे हाल ही में जनरल डायर की परपोती कैरोलिन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया था जिसमे वह कह रही थीं कि जनरल डायर को इंडिया से प्यार था। वे एक सम्मानित व्यक्ति थे और उन्हें भारत में काफी पसंद किया जाता था। इस दौरान कैरोलिन ने जालियांवाला बाग हत्याकांड के पीड़ितों को ‘लुटेरा’ भी कहा था। इसी के बारे में जब करण जौहर से पूछा गया तो उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी।
करण ने कहा,” मैंने वो विडिओ देखा है। न केवल एक भारतीय के रूप में एक मानवतावादी के रूप में बल्कि मैं केवल एक ऐसे व्यक्ति के तौर पर इस बयान को देख रहा हूं, जिसके भीतर थोड़ी भी सहानुभूति और मानवता है, उस व्यक्ति को यह बयान जरूर गुस्सा दिलाएगा। मैं न तो शब्दों को तोलमोलकर कहूंगा, न ही कूटनीतिक बनूंगा और न ही बात घुमा फिराकर कहूंगा। स्पष्ट रूप से कहता हूं कि वह ऐसा कैसे बोल सकती है? मैं बस यही कहूंगा कि वह कितनी हास्यास्पद थी और उसकी हिम्मत कैसे हुई? वह उन हजारों लोगों को लुटेरा कह रही थी? वे निर्दोष लोग थे, जो बैसाखी मनाने के लिए वहां जुटे थे। उन्हें अंदाज़ा नहीं था कि उस दिन क्या होने वाला है और देखिए क्या हुआ।”
गुस्से में नजर आए करण ने कहा, “जब आपका काम केवल नफरत करना है तो फिर आपके दिल में क्या प्यार हो सकता है? वह अपनी ही दुनिया में जी रही है, उसका अपना कोई भ्रम है, जिसे लेकर उसने ऐसा कहा। मैं उसे न जानता हूं, न उससे मिला हूं और मैं उससे मिलना भी नहीं चाहता। यह जानकर कि उसने ऐसी बातें कही है, मानवता के नाते अजीब लगता है और गुस्सा आता है। मैंने जब वह वीडियो देखा तो लगा कि उन्होंने जिस प्रकार से उस जनसंहार के प्रति तिरस्कार दिखाया, जो हमारे देश और दुनिया के इतिहास का एक सबसे भयानक नरसंहार था, उससे मुझे और ज्यादा गुस्सा आया। मैं उनसे माफी की मांग करता हूं।’
जौहर ने कहा कि जनरल डायर ने खुद स्वीकार किया था कि उसने तभी गोली चलाना बंद किया जब गोलियां खत्म हो गईं था। तो फिर उनके परदादा दयालु कैसे हुए। उन्होंने जो कहा, वो मेरे लिए अस्वीकार्य है।“