सोशल संवाद/डेस्क : यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) आधार कार्ड से होने वाली KYC (नो योर कस्टमर) को और आसान, सुरक्षित और यूजर-फ्रेंडली बनाने की प्लानिंग है।
नए बदलावों के बाद आपको बैंक, अन्य सर्विसेज में आधार नंबर या पर्सनल डिटेल्स शेयर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। UIDAI QR कोड और PDF जैसे नए तरीकों को बढ़ावा दे रहा है। यहां सवाल जवाब में जानिए कैसे होगा नया सिस्टम
आधार KYC में क्या बदलाव होगा?
जवाब: UIDAI ऑफलाइन आधार KYC को आसान और सुरक्षित बना रहा है। अब आपको KYC के लिए आधार नंबर या पर्सनल डिटेल्स शेयर नहीं करनी होंगी। QR कोड और PDF फॉर्मेट का इस्तेमाल होगा, जिससे प्राइवेसी बढ़ेगी और प्रोसेस आसान होगा। बायोमेट्रिक या OTP की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
ये नया सिस्टम कैसे काम करेगा?
जवाब: UIDAI जो QR कोड और PDF फॉर्मेट ला रहा है, उसमें आप अपने फोन या कंप्यूटर से आधार का QR कोड या PDF शेयर कर सकेंगे। ये डिजिटल फॉर्मेट आसान और सुरक्षित होगा और सर्विस प्रोवाइडर इसे स्कैन करके आपकी पहचान चेक कर सकेंगे।
इससे आम लोगों को क्या फायदा होगा?
जवाब: यह सिस्टम प्राइवेसी को बढ़ाएगा, क्योंकि इसमें आधार नंबर शेयर नहीं करना पड़ेगा। खासकर गांवों या दूरदराज के इलाकों में, जहां बायोमेट्रिक या OTP की सुविधा मुश्किल होती है, वहां KYC आसान हो जाएगी। बैंक, फिनटेक और इंश्योरेंस कंपनियां इसे जल्दी अपनाएंगी, जिससे अकाउंट खोलना या सर्विस लेना तेज होगा।
पुराने KYC सिस्टम में क्या परेशानी थी?
जवाब: पहले कई स्टार्टअप्स गैर-कानूनी तरीके से ऑफलाइन KYC कर रहे थे, जिससे डेटा लीक का खतरा था। फिनटेक और नॉन-बैंकिंग कंपनियों को KYC में देरी का सामना करना पड़ता था। XML फाइल का प्रोसेस जटिल था, जिसे अब QR कोड और PDF से बदलकर UIDAI ने आसान और सुरक्षित कर दिया है।








