सोशल संवाद/डेस्क : बॉलीवुड अभिनेत्री और डांसर मलाइका अरोड़ा अक्सर अपनी प्रोफेशनल लाइफ़ के साथ-साथ निजी ज़िंदगी को लेकर भी सुर्खियों में रहती हैं। अरबाज़ खान से तलाक हो या अभिनेता अर्जुन कपूर के साथ उनका रिश्ता इन मुद्दों पर सोशल मीडिया पर उन्हें लगातार आलोचनाओं और ट्रोलिंग का सामना करना पड़ता है। हाल ही में मलाइका ने इस ट्रोलिंग को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है और खुलकर बताया है कि वे अब ऐसी नफरत भरी टिप्पणियों से कैसे निपटती हैं। उनकी यह स्पष्ट प्रतिक्रिया न सिर्फ उनकी मजबूती दिखाती है, बल्कि उन लोगों के लिए भी संदेश है जो सोशल मीडिया की नकारात्मकता से जूझते हैं।

ये भी पढे : Bigg Boss में रोहित शेट्टी की धमाकेदार एंट्री, खतरों के खिलाड़ी 15 पर की बड़ी घोषणा
ट्रोलिंग ने पहले तोड़ा, अब बनाया और मजबूत
मलाइका ने कहा कि शुरुआती दिनों में इस तरह की टिप्पणियाँ उन्हें अंदर तक हिला देती थीं। लोग उनके तलाक, उम्र, रिश्ते और कपड़ों पर भी कटाक्ष करते थे। लेकिन वक्त के साथ उन्होंने एक ऐसा भावनात्मक कवच तैयार किया है, जिससे न सिर्फ उनकी मानसिक सेहत बेहतर हुई है, बल्कि वे नकारात्मकता को खुद से दूर रखने लगी हैं।
उन्होंने कहा,
“शुरू-शुरू में ये बातें मुझे बहुत हर्ट करती थीं। हर कमेंट दिल पर लगता था। लेकिन धीरे-धीरे मुझे समझ आया कि लोगों की सोच बदलना मेरे हाथ में नहीं है। मुझे खुद को बदलना होगा और मैंने वही किया।”
मलाइका का कहना है कि अब वे ट्रोलिंग को “नॉइज” की तरह लेती हैं एक ऐसी आवाज़ जो आती है और चली जाती है।
अरबाज़ खान से तलाक: सबसे बड़ी ट्रोलिंग का दौर
जब मलाइका और अरबाज़ खान ने अपना 18 साल पुराना रिश्ता खत्म करने का फैसला किया, तब यह खबर अचानक पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई। हालांकि दोनों ने शांतिपूर्ण तरीके से यह कदम उठाया था, लेकिन सोशल मीडिया पर इसका दूसरा ही रूप देखा गया।
लोगों ने मलाइका को तरह-तरह के आरोपों का सामना कराया
- परिवार तोड़ने का आरोप
- करियर को प्राथमिकता देने की बातें
- निजी फैसले को “स्वार्थ” कहना
मलाइका इस दौर को अब अपनी लाइफ़ का सबसे कठिन समय मानती हैं। उन्होंने कहा कि तलाक का फैसला निजी था, और इसका ट्रायल सोशल मीडिया पर नहीं होना चाहिए था। लेकिन ऐसा हुआ, जिससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ा।
अर्जुन कपूर के साथ रिश्ते पर निशानेबाज़ी
अरबाज़ से अलग होने के बाद जब मलाइका और अर्जुन कपूर का रिश्ता सामने आया, तो ट्रोलिंग ने नया मोड़ ले लिया। उम्र के अंतर को लेकर उन्हें सबसे ज़्यादा तंज झेलना पड़ा।
मलाइका ने साफ कहा है कि किसी भी रिश्ते में उम्र, रंग, कद या जाति जैसे मापदंड नहीं होने चाहिए। उनका मानना है कि रिश्ते दिल से बनते हैं, समीकरणों से नहीं।
उन्होंने कहा,
“मुझे यह तय करने का अधिकार है कि मैं किसके साथ रहना चाहती हूँ। लोग क्या सोचते हैं, वह उनकी समस्या है मेरी नहीं।”
अर्जुन और मलाइका दोनों ही इस बात को कई बार बोल चुके हैं कि वे अपनी लाइफ़ को सम्मान के साथ जीना चाहते हैं, चाहे दुनिया कुछ भी कहे।
क्यों देती हैं ट्रोलर्स को करारा जवाब
मलाइका यह मानती हैं कि हमेशा चुप रहना ठीक नहीं। कई बार वे ऐसे लोगों को सीधा जवाब देती हैं जो निजी जीवन पर गंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं। उनके मुताबिक,
“अगर आप मेरे बारे में गलत और भद्दी बातें करेंगे तो मैं चुप नहीं बैठूँगी। मैं टॉक्सिक नहीं हूँ, लेकिन खुद की बेइज्जती भी नहीं होने देती।”
उनका कहना है कि सोशल मीडिया पर सक्रिय रहना उनकी पेशेवर जरूरत है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वे ट्रोलर्स के सामने झुक जाएँ।
पहचान खोने से इंकार
मलाइका कहती हैं कि तलाक के बाद और नए रिश्ते के दौरान उन्होंने एक बात सबसे ज्यादा महसूस की
हर महिला को अपनी पहचान बचाकर रखनी चाहिए, चाहे वह शादी में हो या उससे बाहर।
वे बताती हैं कि समाज अक्सर उम्मीद करता है कि शादी के बाद महिलाएँ खुद को पीछे छोड़ दें, लेकिन वे इस सोच को पूरी तरह गलत मानती हैं।
उनका कहना है,
“मैं सिर्फ किसी की बेटी, पत्नी या पार्टनर नहीं हूँ। मैं अपनी पहचान के साथ एक स्वतंत्र महिला हूँ। और इस पहचान को मैं किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ूँगी।”
नकारात्मकता से लड़ने का मंत्र
मलाइका ने बताया कि आज वे अपनी ज़िंदगी में तीन चीज़ों पर ही ध्यान देती हैं
- खुश रहना
- स्वतंत्र रहना
- टॉक्सिक चीज़ों से दूरी बनाना
वे ज्यादा समय योग, फिटनेस और परिवार में बिताती हैं। सोशल मीडिया से दूरी बनाकर काम करती हैं और सिर्फ उतना समय देती हैं जितना जरूरी हो।
मलाइका अरोड़ा की कहानी किसी भी आधुनिक भारतीय महिला की कहानी हो सकती है जिसने समाज की आलोचनाओं, निजी संघर्षों और डिजिटल ट्रोलिंग में खुद को खोने के बजाय और मजबूत बनाया।
अरबाज़ खान से तलाक हो या अर्जुन कपूर से उनका रिश्ता दोनों ही मुद्दों पर उन्हें लगातार जज किया गया, लेकिन आज वे एक आत्मविश्वासी, स्वतंत्र और प्रेरक महिला के रूप में सामने खड़ी हैं।








