सोशल संवाद/डेस्क : इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की शिलॉन्ग में हत्या के बाद लापता उनकी पत्नी सोनम 17 दिन बाद यूपी के गाजीपुर में एक ढाबे पर मिलीं। इसके बाद मेघालय डीजीपी इदाशीशा नोंग्रांग ने दावा किया कि पत्नी (सोनम) ने ही पेशेवर हत्यारों को सुपारी देकर मर्डर कराया। इधर, सोनम के पिता ने इस बात को मानने से साफ इनकार कर दिया है कि उनकी बेटी ने अपने पति की हत्या कराई होगी। उनका कहना है कि मेरी बेटी बेगुनाह है।
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वहीं, मामले में 5 संदिग्धों को हिरासत में भी लिया गया है। राज कुशवाहा, विशाल चौहान को इंदौर जबकि आकाश राजपूत को इंदौर के पास और आनंद कुर्मी को बीना के बसाहरी गांव से पकड़ा गया। यूपी में ललितपुर के दिगवार गांव से आकाश लोधी को हिरासत में लिया गया। शिलॉन्ग पुलिस आरोपियों को कोर्ट लेकर पहुंची। यहां से ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय ले जाएगी।
पिता बोले- मेघालय पुलिस ने सहयोग नहीं किया
सोनम के पिता देवी सिंह ने इस बात को मानने से साफ इनकार कर दिया है कि उनकी बेटी ने अपने पति की हत्या कराई होगी। उनका कहना है कि मेरी बेटी बेगुनाह है। मेघालय पुलिस ने उसे फंसाने के लिए झूठी कहानी गढ़ी।
ढाबा मालिक बोला- मेरे फोन से फैमिली को कॉल किया, रो रही थी सोनम
गाजीपुर के जिस ढाबे पर रविवार देर रात 1 बजे सोनम पहुंची, उसके मालिक साहिल यादव ने बताया, ‘सोनम बदहवास हालात में मेरे पास आई। वह रो रही थी। उसने मुझसे मोबाइल मांगा और कहा मुझे अपनी फैमिली से बात करनी है। फोन पर वह रोने लगी। ढाबे पर मौजूद एक परिवार की महिला ने उसे ढांढस बंधाया। समझाया। इतनी देर में सोनम के भाई का मेरे मोबाइल पर कॉल आया। उन्होंने मुझे पुलिस को फोन करने के लिए कहा।’