सोशल संवाद / डेस्क : मानसून की रिमझिम फुहारें, मिट्टी की सोंधी खुशबू और गरमागरम चाय की प्याली, ये तीनों जब एक साथ मिलते हैं, तो मौसम और भी सुहाना हो जाता है। लेकिन अगर आप इस चाय में पुदीने का तड़का लगा दें, तो न सिर्फ़ इसका स्वाद बढ़ता है, बल्कि यह कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करती है। मानसून में पुदीने की चाय कई मौसमी बीमारियों से बचाने में मदद करती है।

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पाचन क्रिया में सुधार
मानसून में अक्सर लोग अपच, गैस और पेट दर्द से परेशान रहते हैं। पुदीने की चाय इन समस्याओं को दूर करने में बेहद कारगर है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
पुदीने में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन C रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे सर्दी-ज़ुकाम और वायरल बुखार से बचाव में मदद मिलती है।
सिरदर्द और तनाव से राहत
पुदीना एक प्राकृतिक आराम देने वाला तत्व है। इसकी चाय पीने से माइग्रेन और मानसून में होने वाले सिरदर्द से राहत मिलती है।
त्वचा संबंधी समस्याओं में फायदेमंद
मानसून के दौरान त्वचा पर चकत्ते और एलर्जी होना आम बात है। पुदीना शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे त्वचा स्वस्थ रहती है।
साँस लेने में आसानी
जिन लोगों को साइनस या एलर्जी की समस्या है, उनके लिए पुदीने की चाय बहुत फायदेमंद है। यह नाक के रास्ते को खोलने में मदद करता है।
इसका सेवन कब और कैसे करें? पुदीने की चाय सुबह खाली पेट या शाम को नाश्ते के साथ लेने पर ज़्यादा फ़ायदेमंद होती है। रोज़ाना एक बार पुदीने की चाय पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। बेहतरीन परिणामों के लिए ताज़े पुदीने के पत्तों को अदरक और नींबू के साथ उबालें।
इन बातों का ध्यान रखें
- ज़्यादा पुदीने की चाय पीने से एसिडिटी हो सकती है।
- गर्भवती महिलाओं और दवाइयों का सेवन करने वालों को डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए।
एक स्वस्थ और स्वादिष्ट मानसून पेय के लिए, पुदीने की चाय पिएँ—यह बीमारियों से बचाती है और तन-मन को तरोताज़ा करती है।








