---Advertisement---

अब नकली फ़ोटो पकड़ी जा सकती हैं! Gemini सिर्फ़ एक सेकंड में उन्हें पहचानने में मदद करेगा

By Riya Kumari

Published :

Follow
Gemini

Join WhatsApp

Join Now

सोशल संवाद / डेस्क : Google Gemini AI Photo: इंटरनेट पर स्क्रॉल करते समय, हम अक्सर सोचते हैं कि जो इमेज हम देख रहे हैं, वह असली है या किसी AI टूल से बनाई गई है। चाहे वह किसी दोस्त की भेजी हुई फोटो हो, सोशल मीडिया पोस्ट हो, या ऑनलाइन देखी गई कोई रैंडम इमेज हो, शक होना आम बात है। पहले, AI इमेज में कमियां आसानी से दिख जाती थीं, लेकिन अब इमेज इतनी असली हो गई हैं कि असली और नकली में फर्क करना मुश्किल होता जा रहा है। Google ने अब इसी समस्या को ठीक करना शुरू कर दिया है।

यह भी पढे : फ़ोन का डिस्प्ले टूट जाता है इन आम गलतियों से सावधान रहें और अपने मोबाइल को सुरक्षित रखें

Gemini में इन-बिल्ट इमेज वेरिफिकेशन फीचर है

Google ने कन्फर्म किया है कि उसके Gemini ऐप में अब एक नया इमेज वेरिफिकेशन टूल है जो यह बता सकता है कि कोई फोटो Google के AI मॉडल से बनाई गई है या नहीं। कंपनी ने यह फीचर अपने नए Gemini 3-पावर्ड Nano Banana Pro मॉडल के साथ पेश किया है ताकि यूज़र्स AI-जेनरेटेड कंटेंट को आसानी से पहचान सकें।

पूरा सिस्टम Google की SynthID टेक्नोलॉजी से चलता है, जो एक डिजिटल वॉटरमार्किंग टेक्नोलॉजी है जो Google के AI टूल्स से बनाई गई इमेज में इनविज़िबल मार्कर जोड़ती है। ये मार्कर इमेज में कोई बदलाव नहीं करते या नंगी आँखों से दिखाई नहीं देते, लेकिन Gemini उन्हें स्कैन करके बता सकता है कि इमेज Google AI से बनाई गई है या नहीं।

इस फ़ीचर की एक लिमिटेशन भी है: Gemini सिर्फ़ उन्हीं इमेज को पहचान सकता है जिन पर Google का SynthID वॉटरमार्क हो। इसका मतलब है कि अगर इमेज किसी दूसरे AI मॉडल का इस्तेमाल करके बनाई गई है, तो Gemini उसे ट्रैक नहीं कर पाएगा। इसके बावजूद, यह फ़ीचर बहुत काम का है, क्योंकि Google ने 2023 तक 20 बिलियन से ज़्यादा AI से बनी इमेज पर SynthID लगा दिया है।

किसी भी इमेज को कैसे चेक करें?

यूज़र्स इसे बहुत आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं। बस उस इमेज को Gemini पर अपलोड करें और पूछें, “क्या यह Google AI से बनी है?” “क्या यह फ़ोटो AI से बनी है?” Gemini इमेज में SynthID मार्कर ढूंढता है और साफ़ और सही जवाब देता है।

यह फ़ीचर क्यों ज़रूरी है?

जैसे-जैसे AI इमेजरी ज़्यादा आम होती जा रही है, असली और नकली कंटेंट की पहचान करना भी बहुत ज़रूरी हो गया है। हो सकता है कि Google का नया टूल हर प्लैटफ़ॉर्म से इमेज को न पहचान पाए, लेकिन यह एक भरोसेमंद सिक्योरिटी फ़ीचर है जो यूज़र्स को ऑनलाइन दिखने वाली विज़ुअल जानकारी को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगा।

YouTube Join Now
Facebook Join Now
Social Samvad MagazineJoin Now
---Advertisement---