सोशल संवाद / जमशेदपुर : अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद जमशेदपुर ने दो टूक कहा है कि अगर पूर्ण युद्ध की घोषणा हो जाती है तो भारतीय सेना को पाक अधिकृत कश्मीर न सिर्फ छीन लेना चाहिए बल्कि रावलपिंडी में अलार्म भारत का तिरंगा को पाकिस्तान से अलग कर देना चाहिए। ऐसा करने से देश की जनता का आत्मविश्वास बढ़ेगा।यहां भारतीय सेना के समर्थन में तिरंगा लेकर मां भारती और भारतीय सेना जिंदाबाद के जयघोष के बाद में उन्होंने कहा कि 2014 के बाद और 2014 के पहले के माहौल में बड़ा अंतर है। 2014 के पहले लोगों के मन में डर था। 2014 के बाद, जब से मोदी सरकार आई है, इस सरकार ने जबरदस्त कड़ाई की है।
यह भी पढ़े : सोना देवी विश्वविद्यालय में आज विश्वकवि गुरूदेव रविन्द्र नाथ टैगोर की 164वीं जयंती मनाई गई.
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद जमशेदपुर में ने कहा कि पाकिस्तान की सरकार उग्रवादियों को भारत में पहले भी भेजती थी, अब भी भेजने का प्रयास कर रही है लेकिन सीमा पर मुस्तैद हमारे जवान उन्हें ढेर कर दे रहे हैं। अब तो पाकिस्तान की सरकार अपने संरक्षण में सुरंग बना कर आतंकियों को भेजती है। उन्होंने कहा कि पहलगाम की घटना के बाद पूरा देश एक पैर पर खड़ा है, एकजुट है। भारत की सेना पाकिस्तान को मुहतोड़ जवाब दे रही है।
सारा भारत इस मुद्दे पर एकजुट है, लेकिन जरुरत इस बात की है कि ये युद्ध लंबा न खिंचे। राजनीतिक दल इस युद्ध का राजनैतिक लाभ लेने की कोशिश न करें। अनावश्यक बयान बाजी से बचें। युद्धकाल में एकता, समरसता सबसे महत्वपूर्ण कारक है। आपरेशन सिंदूर के जवाब में हताश पाकिस्तान आपरेशन लोभान चालू कर सकता है इसलिए सतर्क रहिये, सुरक्षित रहिए। हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान बहुत जल्द भारत के सामने घुटने टेक देगा क्योंकि पाकिस्तान के पास भारत का लंबे समय तक मुकाबला करने की कूबत ही नहीं है।
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद अध्यक्ष विनय कुमार यादव एवं जितेंद्र कुमार सिंह महामंत्री भारत माता की जय ।बैठक संयोजक सुखविंदर सिंह सहसंयोजक एसके सिंह हवलदार मनोज कुमार सिंह गीत के लिए राजकुमार शर्मा और धन्यवाद के लिए अनुपम शर्मा ने किया। प्रवीण कुमार पांडे हरिराम पांडे जितेन्द्र सिंह विनय कुमार मनोज कुमार सिंह विकास कुमार,सके सिंह,गौतम लाल, सत्य प्रकाश सुखविंदर सिंह,विश्वजीत किशोर प्रसाद,नवीन कुमार सिन्हा,धीरज कुमार, RK शर्म, बिरजू कुमार. हवलदार अजय कुमार तिवारी,दीपक शर्मा।