सोशल संवाद/डेस्क : जमशेदपुर पत्रकार जगत में शोक की लहर छाई हुई है . पत्रकारिता जगत के पुरोधा और हिंदी अख़बार उदितवाणी के संस्थापक सह प्रधान संपादक राधेश्याम अग्रवाल का शनिवार की सुबह निधन हो गया. राधेश्याम अग्रवाल के निधन की खबर से पूरे पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है. आपको बता दे कि झारखंड बिहार में इकलौते लोकल अखबार शुरू करने वाले राधेश्याम अग्रवाल को न केवल जमशेदपुर बल्कि पूरा देश जानता है.
अपने करियर की शुरुआत सरकारी अधिकारी के तौर पर करने वाले राधेश्याम अग्रवाल जमशेदपुर में आकर “उदितवाणी” अखबार की शुरुआत की थी. उनके इस कदम ने एक ऐसी क्रांति लाई की देखते ही देखते “उदितवाणी” ने नंबर वन स्थान हासिल कर लिया. विदित हो कि 5 दशक पहले उन्होंने जब इस अखबार की शुरुआत की थी उस वक्त यह नहीं सोचा था कि यह ब्रांड पूरे देश में चर्चित हो जाएगा. उनके आकस्मिक निधन पर प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला- खरसावां ने शोक जताते हुए पत्रकारिता जगत के लिए इसे एक अपूरणीय क्षति बताया. प्रेस क्लब के अध्यक्ष मनमोहन सिंह ने बताया कि स्वर्गीय अग्रवाल हिंदी पत्रकारिता को पहचान दिलाने वाले जीवट शख्सियत के धनी एवं कलाम के मूर्धन्य सिपाही थे. उनकी कमी को पूरा करना संभव नहीं है.