सोशल संवाद/डेस्क: लोकसभा में विपक्ष के नेता Rahul Gandhi ने देश के प्रमुख शहरों में बढ़ते वायु प्रदूषण को राष्ट्रीय आपदा बताते हुए इस मुद्दे पर संसद में विस्तृत चर्चा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक व्यापक और निर्णायक योजना प्रस्तुत करने की मांग की है।
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लोकसभा में शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर समेत विभिन्न शहरों में बढ़ते वायु प्रदूषण पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि देश के अधिकांश बड़े शहर जहरीली हवा की चादर में लिपटे हुए हैं, जिससे नागरिकों का जीवन गंभीर ख़तरे में है। उन्होंने कहा कि लाखों बच्चों को फेफड़ों की बीमारियां हो रही हैं, उनका भविष्य बर्बाद हो रहा है। लोग कैंसर का शिकार हो रहे हैं और बुजुर्गों को सांस लेने तक में भारी दिक्कत हो रही है।
राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि इस सदन में हर सदस्य इस बात से सहमत होगा कि वायु प्रदूषण से लोगों को हो रहा नुकसान एक साझा चिंता है और इससे निपटना सामूहिक जिम्मेदारी है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने सरकार से इस गंभीर चुनौती से निपटने के लिए एक सुनियोजित कार्य योजना तैयार करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ऐसी किसी भी योजना को बनाने में पूरा सहयोग करने के लिए तैयार है।
राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर संसद में एक विस्तृत और रचनात्मक चर्चा की मांग करते हुए कहा कि आम तौर पर सरकार और विपक्ष में अधिकतर मुद्दों पर टकराव दिखता है, लेकिन यह ऐसा विषय है जिस पर एक साथ काम किया जा सकता है और देश को दिखाया जा सकता है कि हम मिलकर इस गंभीर समस्या का समाधान खोज सकते हैं।
राहुल गांधी ने सुझाव दिया कि चर्चा के बाद प्रधानमंत्री हर शहर के लिए एक व्यवस्थित और पद्धतिगत योजना पेश करें, जिससे अगले पांच या दस वर्षों में भले ही समस्या पूरी तरह समाप्त न हो पाए, लेकिन उसके दुष्प्रभाव को कम किया जा सके और लोगों का जीवन बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि चर्चा आरोप-प्रत्यारोप से परे होनी चाहिए और इस पर केंद्रित होनी चाहिए कि आने वाले वर्षों में देश के लोगों के स्वास्थ्य और भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए कौन-कौन से ठोस कदम उठाए जाने हैं।








