सोशल संवाद/दिल्ली(रिपोर्ट – सिद्धार्थ प्रकाश ) : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शेयर बाजार में 30 लाख करोड रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और एग्जिट पोल्स कराने वाले पोल्सटर्स को ज़िम्मेदार ठहराते हुए इस घोटाले की जांच जेपीसी से कराए जाने की मांग की है। नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, चुनाव के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शेयर बाजार पर टिप्पणी की। अमित शाह कहते हैं कि चार जून को शेयर बाजार में तेजी आएगी, लोगों को शेयर खरीदना चाहिए। नरेंद्र मोदी 19 मई और 28 मई को कहते हैं कि शेयर बाजार तेजी से आगे बढ़ने जा रहा है। एक जून को मीडिया झूठे एग्जिट पोल निकालती है। उन्होंने कहा, भाजपा को खुद के आंतरिक एग्जिट सर्वे में 220 सीटें मिल रही थीं। खुफिया एजेंसियों ने सरकार को 200 से 220 सीटों के मिलने के बारे में बताया था। शेयर बाजार तीन जून को सारे रिकॉर्ड तोड़ देता है और चार जून को धड़ाम हो जाता है।
राहुल गांधी ने कहा, हजारों करोड़ रुपये 31 मई को विदेशी निवेशकों ने निवेश किए। शेयर बाजार गिरने के बाद खुदरा निवेशकों का 30 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। यह शेयर बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, भाजपा को पता था कि एग्जिट पोल गलत हैं और उन्हें बहुमत नहीं मिलने वाला। इसके बाद भी उन्होंने निवेशकों को शेयर खरीदने के लिए कहा। इसका नतीजा हुआ कि 30 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ और कुछ चुनिंदा लोगों को हजारों करोड़ रुपये का फायदा हुआ। कांग्रेस नरेंद्र मोदी, अमित शाह, एग्जिट पोल करने वालों और विदेशी निवेशकों के खिलाफ जांच की मांग करती है।
राहुल गांधी ने पूछा कि नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने देश की जनता को बाजार में निवेश करने की सलाह क्यों दी। प्रधानमंत्री, गृह मंत्री ने दोनों इंटरव्यू अडानी के चैनलों को दिए, जिनके ऊपर सेबी की जांच जारी है। ऐसे में उन चैनल्स का क्या रोल है। भाजपा, फेक एग्जिट पोल वालों और विदेशी निवेशकों के बीच क्या रिश्ता है। इसलिए हम इस घोटाले के खिलाफ जेपीसी जांच की मांग चाहते हैं। इस पूरे मामले में निवेशकों ने करोड़ों गंवाए हैं। यह एक आपराधिक कार्य था। इस दौरान कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश, प्रोफेशनल कांग्रेस के चेयरमैन प्रवीण चक्रवर्ती, मीडिया एवं प्रचार विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा और सोशल मीडिया एवं डिजिटल प्लेटफॉर्म की चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत भी मौजूद थे।