सोशल संवाद/डेस्क : जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार शाम एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। उधमपुर ज़िले के बलिनल्लाह इलाके में तेज़ बारिश के चलते अचानक भारी भूस्खलन हुआ, जिससे हाईवे के किनारे स्थित एक पेट्रोल पंप बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसा शाम करीब साढ़े छह से सात बजे के बीच हुआ, जब लगातार बारिश के कारण पहाड़ दरक गया और भारी मलबा पेट्रोल पंप पर आ गिरा।
ये भी पढ़े : चांडिल एनएच-33 का अधूरा सड़क निर्माण, बारिश में जलजमाव से लग रहे जाम से लोग परेशान
पेट्रोल पंप की छत पर गिरी मिट्टी और पत्थरों की वजह से उसकी संरचना को गंभीर नुकसान पहुँचा है। हालांकि राहत की बात यह रही कि हादसे के वक्त वहां कोई कर्मचारी या वाहन मौजूद नहीं था, जिससे किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
पेट्रोल पंप के मालिक जयपाल सिंह जामवाल ने बताया कि पहाड़ में दरारें पहले से दिख रही थीं और खतरे को भांपते हुए सुरक्षा के इंतज़ाम किए गए थे। उन्होंने बताया, “हमने समय रहते पेट्रोल पंप पर मौजूद सारा सामान हटा लिया था और कर्मचारियों को भी साइड कर दिया गया था। बिक्री पहले ही बंद कर दी गई थी और टैंकरों को रोक दिया गया था।” उनके मुताबिक, आरसीसी की जो सुरक्षा दीवार गिरी, वह करीब 26 फीट ऊँची थी।
जयपाल सिंह ने यह भी कहा कि भूस्खलन के खतरे को देखते हुए पहले से सतर्कता बरती गई थी, जिससे बड़ा नुकसान टल गया। दमकल विभाग की टीम भी समय पर मौके पर पहुँच गई, क्योंकि मौके पर कुछ पेट्रोल स्टॉक मौजूद था और किसी भी आगजनी की स्थिति को टालना ज़रूरी था।
भूस्खलन के चलते जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात प्रभावित हुआ है। फिलहाल मलबा हटाने का कार्य जारी है और स्थानीय प्रशासन व आपदा प्रबंधन टीम हालात पर नज़र बनाए हुए हैं। इस घटना ने एक बार फिर इस क्षेत्र की भौगोलिक संवेदनशीलता और बारिश के मौसम में आने वाले खतरों को उजागर कर दिया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल मानसून के दौरान इस इलाके में भूस्खलन की घटनाएं सामने आती हैं, लेकिन इस बार यह हादसा और भी गंभीर हो सकता था। प्रशासन से मांग की जा रही है कि हाईवे किनारे बने ढांचों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
फिलहाल राहत की बात यही है कि कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन हादसा इस बात की चेतावनी जरूर दे गया कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सतर्कता और तैयारी कितनी ज़रूरी है।








