सोशल संवाद/डेस्क : रावण एक महाज्ञानी , महान शिव भक्त था, पर उसके कुकृत्य की वजह से उसका ज्ञान और उसकी भक्ति दोनों ने ही उसका साथ छोर दिया ।उसे मृत्यु तो मिली पर उसका अंतिम संस्कार हुआ ही नहीं ।जी हा हमारे सनातन धर्म में मृत्यु के बाद मरने वाले के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार करने की परंपरा है । ठीक उसी तरह रावण का भी होना था परन्तु ऐसा कुछ हुआ ही नहीं। उसका शरीर उसी अवस्था में रह गया जिस अवस्था में श्री राम के द्वारा तीर मारने पे था। असुरराज , लंकापति जो एक महान शिव भक्त होने के साथ साथ वेद , पुराण का ज्ञाता था । जिसने शनि देव , देवी लक्ष्मी और न जाने कितने गृह नक्षत्रो को अपने आधीन कर रखा था ,उसके शरीर का अंतिम संस्कार नहीं हो रहा था । तो क्या रावण का शरीर वही रह गया या कही गायब हो गया। आप हमारे साथ विडियो में बने रहिये हम आपको पूरी जानकारी देते है ।
कथाओ की माने तो नवरात्र समाप्त होने के बाद दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है जिसे विजयदशमी कहते हैं। मान्यता है कि दशमी के दिन ही भगवान राम ने रावण का वध किया था। मान्यता है कि जब भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था, उन्होंने उसके शव को विभीषण को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया था। लेकिन विभीषण ने राजगद्दी संभालने की जल्दी में रावण का अंतिम संस्कार नहीं किया और शव वैसे ही छोड़ दिया। कहा जाता है कि इसके बाद रावण के शव को नागकुल के लोग अपने साथ लेकर चले गए , क्योंकि उन लोगों को विश्वास था कि रावण जैसे माहान योधा की मौत इतनी आसानी से नहीं हो सकती , वह फिर जिंदा हो जाएगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। उन्होंने रावण को जिंदा करने की भी बहुत कोशीशे की पर उसे जिंदा नहीं कर पाय। इसके बाद उन्होंने रावण के शव को ममी बना दिया, ताकि सालों तक सुरक्षित रहे।
एक रिसर्च में दावा किया गया है कि करीब 50 ऐसे स्थान हैं जिनका संबंध रामायण से है। इस रिसर्च के मुताबिक, एक पहाड़ी में बनी गुफा में आज भी रावण का शव सुरक्षित है। यह गुफा श्रीलंका के रैगला के घने जंगलों में स्थित है। बताया जाता है कि भगवान श्रीराम के हाथों रावण के वध को 10 हजार साल से भी ज्यादा हो गए हैं। जिस गुफा में रावण का शव रखा गया है वह रैगला के जंगलों में 8 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां पर रावण के शव को ममी बनाकर एक ताबूत में रखा गया है। इस पर एक खास किस्म का लेप लगाया गया है, जिसके चलते हजारों सालों से वो वैसा का वैसा ही दिखता है। यह शोध श्रीलंका के इंटरनेशनल रामायण रिसर्च सेंटर द्वारा किया गया है। इस रिसर्स के मुताबिक, 18 फीट लंबे और 5 फीट चौड़े ताबूत में रावण का शव रखा गया है। यह भी कहा जाता है कि इस ताबूत के नीचे रावण का बेशकीमती खजाना है। इस खजाने की रखवाली एक भयंकर नाग और कई खूंखार जानवर करते हैं। रैगला के घने जंगलों और गुफाओं में कोई नहीं जाता है, क्योंकि यहां जंगली और खूंखार जानवरों का बसेरा है।
बता दें कि मिस्र में प्राचीनकाल में ममी बनाने की परंपरा थी, जहां आज भी पिरामिडों में हजारों साल से कई राजाओं के शव रखे हुए हैं।
उस उस समय शैव संप्रदाय में समाधि देने की रस्म थी। दावा किया जाता है कि रावण शैवपंथी था। ये भी एक कारण हो सकता है रावण के ममी बनने का । कई जगह इस बात को चिन्हित किया गया है की कलयुग में रावण फिर से जीवित हो जायगा । और इसी कारणवश रावण के देह का अंतिम संस्कार नहीं किया गया । आपको क्या लगता है क्या वजह रही होगी ।
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