सोशल संवाद/डेस्क : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बीते साल 2024 में अपने गोल्ड रिजर्व में 72.6 टन का इजाफा किया। यह लगातार सातवां साल है जब आरबीआई ने सोने की नेट खरीदारी की है। सालाना आधार पर देखें तो 2001 के बाद यह केंद्रीय बैंक की तरफ से सोने की तीसरी सबसे बड़ी खरीद है। इससे ज्यादा खरीदारी 2021 और 2009 में देखने को मिली थी। आरबीआई ने 2021 में 77 टन जबकि 2009 मेंं 200 टन सोना खरीदा था।
हालांकि लगातार 11 महीने की खरीद के बाद आरबीआई (RBI) ने दिसंबर में सोने की खरीदारी से परहेज किया। ठीक एक महीने पहले नवंबर में केंद्रीय बैंक ने लगातार 11वें महीने गोल्ड खरीदने का सिलसिला बरकरार रखा था। देश के कुल विदेशी मुद्रा भंडार (फॉरेक्स रिजर्व) में गोल्ड की हिस्सेदारी फिलहाल बढ़कर 10.6 फीसदी पर पहुंच गई है। एक साल पहले यह हिस्सेदारी 7 .7 फीसदी थी।
केंद्रीय बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार दिसंबर 2024 के अंत में देश का गोल्ड रिजर्व बढ़कर 876.18 टन पर पहुंच गया। पिछले साल के मुकाबले यह 9 फीसदी ज्यादा है। 5 जनवरी 2024 को देश का गोल्ड रिजर्व 804.68 टन था। वैल्यू के लिहाज से देखें तो 2024 के दौरान देश के गोल्ड रिजर्व में 19 अरब डॉलर यानी 40 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।2024 की शुरुआत में देश का गोल्ड रिजर्व 47.49 अरब डॉलर था जो साल के अंत में बढ़कर 66.27 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इसी अवधि में देश का कुल फॉरेक्स रिजर्व 617 अरब डॉलर से बढ़कर 640 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
2024 में की गई कुल खरीदारी का एक तिहाई सोना तो आरबीआई ने सिर्फ अक्टूबर और नंवबर में खरीदा। नवंबर 2024 में भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से 8.4 टन सोने की खरीदारी की गई। अक्टूबर में आरबीआई ने 14 टन गोल्ड खरीदा था। इससे पहले 2023 में देश के गोल्ड रिजर्व में 16.2 टन की वृद्धि देखने को मिली थी। वहीं 2022 में देश का गोल्ड रिजर्व 33 टन बढ़ा था। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की तरफ से नवंबर तक के जो आंकड़े आए हैं उसके मुताबिक दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों में आरबीआई 2024 में सोने का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार रहा है।
जानकारों के अनुसार बदलते जियो-पॉलिटिकल परिदृश्य के मद्देनजर भारत जैसे विकासशील देश अपने गोल्ड रिजर्व में लगाजार इजाफा कर रहे हैं। फॉरेक्स रिजर्व में गोल्ड की हिस्सेदारी में लगातार बढ़ोतरी फॉरेक्स रिजर्व को डायवर्सिफाई करने की रणनीति का भी हिस्सा है। गोल्ड की कीमतों में साल के अंतिम दो महीने में आई गिरावट ने भी आरबीआई को सोने की खरीद के लिए प्रोत्साहित किया। लगातार चार महीने की तेजी के बाद सोने की कीमतों में नवंबर और दिसंबर के दौरान नरमी दर्ज की गई। नवंबर और दिसंबर में घरेलू मार्केट में गोल्ड क्रमश: 4 फीसदी और 2 फीसदी कमजोर हुए। हालांकि 2024 में गोल्ड ने 2024 में घरेलू (भारतीय रुपये) और ग्लोबल (यूएस डॉलर) मार्केट में क्रमश: 26 फीसदी और 21 फीसदी का रिटर्न दिया।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली और रुपये में गिरावट के बीच फॉरेक्स रिजर्व में गोल्ड की हिस्सेदारी का बढ़ना महत्वपूर्ण है। विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर और नवंबर में भारतीय शेयर बाजारों से क्रमश: 94,017 और 21,612 करोड़ रुपये निकाले। फॅारेन एक्सचेंज मार्केट में भारतीय रुपया भी फिलहाल अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.46 के लेवल पर है।