सोशल संवाद / जमशेदपुर : आरएसएस (RSS) और बीजेपी के बीच मतभेद को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. जहां सोशल मीडिया से लेकर सियासी गलियारों में आरएसएस चीफ मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) के बयान, संघ की पत्रिका में लिखे गए लेख, और संघ के बड़े नेता इंद्रेश कुमार के बयान के मायने तलाशे जा रहे हैं. वहीं इसी बीच संघ प्रमुख मोहन भागवत के (RSS Chief Mohan Bhagwat) झारखंड के बोकारो में आयोजित कार्यक्रम को लेकर सियासी गलियारे में तरह- तरह की चर्चा है. सभी की निगाहें उनके (RSS Chief Mohan Bhagwat) बयानों पर टिकी हैं. क्योंकि मोहन भागवत के इशारे ही इशारे में अहंकार को बीजेपी के लोकसभा चुनाव में ख़राब प्रदर्शन से जोड़ने वाले बयान के बाद विपक्षी दलों को मोदी सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया है.
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लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद संघ प्रमुख पहली बार झारखंड पहुंचे हैं. और राज्य में विधानसभा के चुनाव भी नजदीक हैं. ऐसे में सियासी हलकों में RSS -BJP के बीच उपजे मतभेद को लेकर तरह तरह के अटकलें लगाये जा रहे हैं. हालांकि 18 से लेकर 22 जून तक बोकारो सेक्टर- 3 स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में संघ शिक्षा वर्ग प्रथम और कार्यकर्ता विकास वर्ग द्वितीय के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे हैं.
स्वयंसेवकों को कर्तव्य का पाठ पढ़ाएंगे
सोमवार की देर शाम वह (RSS Chief Mohan Bhagwat) सरस्वती विद्या मंदिर सेक्टर 3 सी में आयोजित स्वयंसेवकों के विकास वर्ग में भाग लेंगे और स्वयंसेवकों को कर्तव्य का पाठ पढ़ाएंगे. मंगलवार को भी वह (RSS Chief Mohan Bhagwat) कार्यक्रम को संबोधित करेंगे. बता दें कि सरस्वती विद्या मंदिर सेक्टर 3 सी में उत्तर-पूर्व क्षेत्र के स्वयंसेवकों के लिए 20 दिनों का विकास वर्ग आयोजित किया गया है. झारखंड के स्वयंसेवकों के लिए संघ शिक्षा वर्ग 11 जून से शुरू हुआ है. दोनों प्रशिक्षण वर्गों का एक साथ समापन 26 जून की शाम होगा.