सोशल संवाद / डेस्क : सावन सोमवार : सावन मास के पहले सोमवार पर जमशेदपुर में शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह 5 बजे से ही शहर के लगभग सभी मंदिरों के पट खुल गए, जिसके बाद भक्तों ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करना शुरू कर दिया। कई जगहों पर कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें महिला और पुरुष स्वर्णरेखा नदी और दो मोहनी घाट में जल भरने के लिए गाजे-बाजे के साथ पहुंचे।
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भक्तों ने नदी किनारे से जल भरकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया और अपने परिवार के लिए सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। जलाभिषेक के बाद भक्तों ने बेलपत्र, भांग, धतूरा, मौसमी फल, दूध, दही, शहद, गंगाजल और अक्षत, पुष्प, धूप दीप से भगवान भोलेनाथ की आराधना की। इस दौरान पूरे रास्ते बम बम भोले और हर हर महादेव का उद्घोष होता रहा।
भक्तों ने नंगे पैर कलश लेकर कई किलोमीटर यात्रा तय की और कलश के जल से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक कर अपने और अपने परिवार के लिए सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। ज्यादातर महिलाएं और युवतियां हरे, पीले और केशरिया रंग का वस्त्र धारण कर भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक के लिए पहुंचे। श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह देखने को मिला। रुक रेख बारिश होती रही इस दौरान भक्तों में गजब का जोश देखने को मिला।
श्रद्धालु भोर से ही जलाभिषेक के लिए मंदिरों में पहुंचने लगे। शहर से लेकर गांव तक के मंदिरों में श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं। इस दौरान भक्तों ने भगवान भोलेनाथ की आराधना की और अपने परिवार के लिए सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। सावन मास के पहले सोमवार पर भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करने से विशेष फल मिलता है, जिसे ध्यान में रखते हुए भक्तों ने विशेष पूजा-अर्चना की।