सोशल संवाद/डेस्क/Semicon India 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली स्थित यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में सेमीकॉन इंडिया-2025 का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा, ‘दुनिया भारत पर भरोसा करती है। अब दुनिया भारत के साथ सेमीकंडक्टर का भविष्य बनाने के लिए तैयार है।

सेमीकंडक्टर की दुनिया में कहा जाता है कि ऑयल ब्लैक गोल्ड था, लेकिन चिप्स डिजिटल डायमंड हैं। पहले दुनिया का भविष्य तेल के कुएं से तय होता था, लेकिन 21वीं सदी की शक्ति इस चिप में है। यह चिप छोटी है, लेकिन इसमें दुनिया की सबसे बड़ी ताकत है। भारत अब बैकएंड से निकलकर एक फुल-स्टेक सेमीकंडक्टर राष्ट्र बनने की राह पर है। हम सभी निवेशकों का स्वागत करते हैं। वो दिन दूर नहीं, जब दुनिया कहेगी, डिजाइन्ड इन इंडिया, मेड इन इंडिया एंड ट्रस्टेड बाय वर्ल्ड।
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘हमने 3 साल पहले भारत सेमीकंडक्टर मिशन की शुरुआत की थी और इतने कम समय में ही दुनिया भारत पर भरोसा कर रही है। मोदी ने सेमीकॉन इंडिया-2024 में कहा था कि जब मुश्किलें आएं, तो आप भारत पर दांव लगा सकते हैं। विक्रम 32-बिट प्रोसेसर और 4 प्रोजेक्ट्स के टेस्ट चिप्स गिफ्ट किए। विक्रम 32-बिट प्रोसेसर पूरी तरह भारत में विकसित पहला 32-बिट माइक्रो प्रोसेसर है, जिसे ISRO सेमी-कंडक्टर लैब ने बनाया है।
सेमीकॉन इंडिया-2025 तीन दिनों तक चलने वाला कार्यक्रम है और जिसका आयोजन भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। इस में 48 देशों की 350 से ज्यादा कंपनियां, 2500 प्रतिनिधि, 50 ग्लोबल लीडर्स समेत समेत 20,750 से ज्यादा कंटेस्टेंट भाग ले रहे हैं। PM मोदी 3 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के CEO की राउंड टेबल में हिस्सा लेंगे। सेमीकॉम इंडिया-2025 को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत भारत सेमीकंडक्टर मिशन और अंतर्राष्ट्रीय उद्योग संघ SEMI ने आयोजित किया है।
मोदी जापान यात्रा के दौरान टोक्यो इलेक्ट्रॉन के सेमीकंडक्टर प्लांट का दौरा किया और दोनों देशों ने एडवांस टेक्नोलॉजी पर रणनीतिक भागीदारी बढ़ाने की बात कही थी। जापान को सेमीकंडक्टर इक्विपमेंट्स और मटेरियल में ग्लोबल लीडर माना जाता है। भारत-जापान समझौते का एक पहलू यह भी है कि जापान की पुरानी तकनीकों का निर्माण इंडिया में ट्रांसफर कर रहा है।








