सोशल संवाद / डेस्क : बुधवार, 26 जून 2024 को शहर के बेहद दु:खद स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय जनता संघ के संस्थापक शंकर जोशी ने में आम जनता के “कथित सेवकों” पर साधा निशाना। उन्होंने कहा – “शहर में चुनाव है तो वादों का बाहर है। अब कहां है वे मंत्री जो चुनाव से पहले आम जनता से करते हैं हजार फर्जी वादें ! शहर के सभी सरकारी अस्पतालों के हालात दयनीय है। इलाज के लिए लंबी कतार है पर ना ही सुविधा और ना ही बेड उपलब्ध है परंतु विधानसभा चुनाव को देखते हुए अस्पतालों के बाहरी ढांचे का मरम्मत करवा दिया गया है। चुनाव आते ही बदल जाते हैं शहर के नक्शे, रोज़गार की गारंटी, स्वास्थ्य की गारंटी यह मुद्दे सिर्फ चुनाव से पहले ही कैसे याद आ जाते हैं? और विजय होने के बाद मौन बैठ जाते हैं यह नेता, चुनाव जनता को बेवकूफ बनाकर अपनी जेब गर्म करने का एक खेल है।
स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही के कारण आए दिन कई लोगों की जान जा रही है। आखिर जिम्मेदार कौन ?”
इस मामले पर आगे उन्होंने कहा – “बिना पैरवी के आम जनता का कोई रक्षक नहीं, चुनाव से पहले सेवक और चुनाव के बाद मलिक बन जाने वाले यह नेता अपने ऑफिस में एसी का हवा खा रहे हैं और यहां मरीज झुलसाती गर्मी में इलाज के लिए तड़प रहे हैं। ऐसे में सामाजिक संस्थाओं को आम जनता का आवाज बनना पड़ता है। यह आरोप सिर्फ मेरा नहीं उन हजारों लोगों का भी है जो अपने प्रियजनों को स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही के कारण गवा रहे हैं।”
शहर की स्थिति अफसोसजनक है और नेता बयानबाजी के बाद अपने सारे वादे भूल चुके हैं।