सोशल संवाद/डेस्क : नेताजी सुभाष विश्विद्यालय में स्टार्टअप एंड एंटरप्रेन्योरशिप सेल स्टार्टअप स्क्वाड का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर अमरनाथ सिंह, सौरभ कुमार , अंकित प्रताप सिंह मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया। सर्वप्रथम इस कार्यक्रम की शुरुआत आमंत्रित वक्ताओं एवं विश्विद्यालय के प्रोफ़ेसरों के द्वारा दिप प्रजवल्लित कर के किया गया। इसके बाद आमंत्रित वक्ताओं को विश्विद्यालय के विद्यार्थियों ने पुष्पगुच्छ दे कर उनका आधिकारिक रुप से स्वागत किया।
इसके बाद इस कार्यक्रम को विश्विद्यालय के कुलपति डॉ. डी. के. मोहपात्रा ने सम्बोधित किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में तीनों ही वक्ताओं को विश्विद्यालय के प्रांगण में पधारने एवं विद्यार्थियों के मार्गदर्शन करने के लिए धन्यवाद दिया। इसके बाद इस कार्यक्रम को विश्विद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो.डॉ. आचर्य ऋषि रंजन ने अपने एंटरप्रेन्योरशिप को परिभाषित किया एवं नए एंटरप्रेन्योर को नियम और कानून के बारे में उचित जानकारी रखने को कहा।
इसके बाद डीन मैनेजमेंट प्रोफेसर डॉ. सुभेन्दु मुखर्जी ने इस कार्यक्रम को सम्बोधित किया एवं सभी वक्ताओं को अपनी कीमती समय मे यहाँ उपस्थिति दर्ज कराने के लिए धन्यवाद भी किया।
उन्होंने बताया कि उनकी कम्पनी जलकुंभी से कई तरफ़ की प्रोडक्ट का निर्माण कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत में बने हथियारों की यूरोपीय देशों में भारी माँग है। उन्होंने कहा कि आज लँगोट की जगह डाइपर ने ले ली है। आपके आसपास ही बहुत समस्या हैं जिसका आप समाधान निकालकर एक बेहतर स्टार्टअप की शरुआत कर सकते है। उन्होंने कहा कि अब बड़े शहरों में जाने की ज़रूरत नहीं हैं अब इको-सिस्टम टियर 2 और टियर 3 शहरों लिए तैयार है और अब इनमें बहुत अवसर है।
अंत में सभी वक्ताओं ने विद्यार्थियों के सवालों का जवाब भी दिया। जिनमें उन्होंने टीम बिल्डिंग,रेवेन्यू मॉडल और विद्यार्थियों के कई स्टार्टअप्स के आईडिया को डिस्कस भी किया और विद्यार्थियों को स्टार्टअप्स में आने वाली हर समस्या के लिए कहा कि हम आपके साथ है आप सब हमारे सम्पर्क में रहें। इस कार्यक्रम का संचालन कीर्ति साई ने किया और अंत में तीनों ही अतिथियों को डीन मैनेजमेंट डॉ. सुभेन्दु मुखर्जी ने शॉल ओढ़ाकर और विश्वविद्यालय का मोमेंटो देकर सम्मानित भी किया।
इस कार्यक्रम में कुलपति डॉ. डी. के मोहपात्रा, प्रतिकुलपति प्रो. डॉ. आचार्य ऋषि रंजन, डीन एकेडेमिक्स प्रो डी. शोम, रजिस्ट्रार नागेंद्र सिंह,प्रो. जे राजेश, प्रो डॉ. सुभेन्दु मुखर्जी उपस्थित रहें।